जनजातीय आबादी, पूरे भारत में अलग- अलग हिस्सों में फैली हुई है। देश के लगभग सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के कई इलाकों में आदिवासी समुदाय के लोग निवास करते हैं।
भारत की सबसे अधिक ज्ञात जनजातियों में गोंड, भील, संथाल, मुंडा, खासी, गारो, अंगामी, भूटिया, चेंचू, कोडाबा और ग्रेट अंडमानी सबसे पुरानी जनजातियों में शामिल हैं।
साल 2011 की जनगणना के अनुसार, इन सभी जनजातियों में, भील आदिवासी समूह, भारत की सबसे सबसे पुरानी और जनजाति है। यह देश की कुल अनुसूचित जनजातीय आबादी का करीब 38% है।
भारत में अधिकतम जनजातीय आबादी वाले राज्य
मिजोरम (जनसंख्या का 94.4%)
लक्षद्वीप (94%)
मेघालय (86.1%)
नागालैंड (86.5%)
अगर व्यापक रुप से देखा जाए तो, जनजातियां भारत की कुल जनसंख्या का करीब 8.6% हैं।
2011 की जनगणना के अनुसार भारत में 705 जनजातियां निवास करती हैं जिन्हें भारतीय संविधान के अनुच्छेद 342 के तहत अधिसूचित किया गया है.