रायपुर- आचार संहिता लगने के बाद छत्तीसगढ़ में राजनीतिक दलों की चुनावी बिसात बिछनी शुरू हो गई है. सीडी कांड मामले के बाद बैकफुट पर जा चुकी कांग्रेस को संजीवनी बूटी देने राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी छत्तीसगढ़ दौरे पर आ रहे हैं. राहुल 12 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ में होंगे. राहुल के दौरे के साथ ही कांग्रेस राज्य में आक्रामक चुनावी प्रचार भी शुरू करेगी.
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी डोंगरगढ़ में मां बमलेश्वरी के दर्शन करने के साथ ही कांग्रेस के प्रचार अभियान का आगाज करेंगे. इसके बाद राजनांदगांव में राहुल का रोड शो होगा. चर्चा है कि राहुल के रोड शो के दौरान कांग्रेस के सभी बड़े नेता एकजुट नजर आएंगे. संगठन के जानकारों की माने तो सीडी की सियासत के बाद बिखरी कांग्रेस में एकजुटता लाने की यह राहुल की कवायद का हिस्सा है. पिछले दिनों दिल्ली में राज्य के तमाम आला नेताओं के वन टू वन चर्चा के दौरान जो बाते सामने आई थी, उसमें बताया गया था कि प्रदेश लीडरशीप से नेता नाखुश हैं. ज्यादातर नेताओं ने सीडी मामले पर गहरी नाराजगी राहुल गांधी के सामने बयां की थी. हालांकि छत्तीसगढ़ में चुनावी चुनौती को देखते हुए फिलहाल एकजुट रहने की हिदायत तमाम आला नेताओं को आलाकमान ने दिया था. अब जब राहुल गांधी छत्तीसगढ़ दौरे पर आएंगे, तो जाहिर है संगठन की सियासी जमीन को मजबूत करने की कोई कसर नहीं छोड़ेगे. राहुल की नाराजगी भी कोई भी बड़ा नेता मोल लेना नहीं चाहेगा, लिहाजा भले ही संगठन नेताओं के बीच आपस में मतभेद हो, लेकिन एकजुटता का संदेश सार्वजनिक तौर पर दिए जाने के संकेत हैं, जिससे बीजेपी को करारा जवाब दिया जा सके.
बताया यह भी जा रहा है कि कांग्रेस नेताओं में गुटबाजी को बीजेपी बड़ा चुनावी मुद्दा बना सकती है, लिहाजा समय रहते इस कमजोर नब्ज को दुरूस्त करने की दिशा में भी राहुल गांधी की सख्ती प्रदेश कांग्रेस के नेताओं पर देखी जा सकती है. हालांकि राहुल गांधी के छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान होने वाला विस्तृत कार्यक्रम संगठन की ओर से अभी जारी नहीं किया गया है.