पटना. मनचले स्‍कूल की छात्राओं से छेड़खानी करते थे. वे हॉस्‍टल की दीवारों पर गंदी बातें लिख देते थे. छात्राओं ने इसका विरोध किया तो उन्‍हें गुस्‍सा आ गया. उन्‍होंने हॉस्‍टल में घुसकर छात्राओं को जमकर पीटा.
हमले में घायल 35 छात्राओं को इलाज के लिए अस्‍पताल में भर्ती कराना पड़ा, जिनमें 15 की हालत चिंताजनक बनी हुई है.

घटना सुशासन का ढोल पीटने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज्य बिहार के सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज स्थित कस्तूरबा आवासीय बालिका स्‍कूल की है.
जानकारी के अनुसार मनचलों ने हॉस्‍टल की दवारों पर अश्‍लील बातें लिख दी थीं. शनिवार की शाम में स्‍कूल की कुछ छात्राएं मैदान में खेल रही थीं. इसी दौरान कुछ मनचले उनपर अभद्र टिप्पणी करने लगे. दीवारों पर अश्‍लील बातों के कारण पहले से भड़कीं छात्राओं ने इसपर आपत्ति दर्ज की. उन्‍होंने मनचलों की शिकायत अध्यापकों से की.
अध्यापक और विद्यालय प्रधान जब मनचलों को समझाने गए तो वे उनसे भी उलझ गए. फिर, मनचले अपने अभिभावकों को बुलाकर ले ले आए और गुंडई पर उतरी भीड़ ने विद्यालय पर हमला बोल दिया. उन्‍होंने वहां की सभी छात्राओं और शिक्षकों के साथ बेरहमी से मारपीट की. घटना में 35 छात्राएं गंभीर रूप से जख्मी हो गईं. घटना के बाद पुलिस ने घायल छात्राओं को अस्पताल पहुंचाया.

 घटना में घायल 15 छात्राओं की हालत नाजुक बताई जा रही है. इस बीच जिलाधिकारी के आदेश पर घटना की प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. एसडीओ के अनुसार घटना में शामिल लोगों को चिन्हित कर लिया गया है. पुलिस आरोपितों को खोज रही है, हालांकि अभी तक एक भी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है. उधर, तनाव को देखते हुए पुलिस घटना स्‍थल पर कैंप कर रही है.

घटना की जानकारी मिलने के बाद सांसद रंजीत रंजन लड़कियों को देखने अस्‍पताल पहुंचीं. शनिवार की देर रात्रि सांसद रंजीत रंजन ने अस्पताल पहुंच कर उनका हालचाल जाना.
घटना के संबंध में जोनल आइजी ने बताया कि छात्राओं ने एक स्‍थानीय लड़के मोहन को फब्तियां कसने से मना किया. इसके बाद मोहन अपनी मां तथा कुछ अन्‍य महिलाओं के साथ पहुंचा तथा मारपीट शुरू कर दी. आइजी के अनुसार घटना में घायल 15 लड़कियां अभी भी अस्‍पताल में हैं. घटना में शामिल लोगों की पहचान की जा चुकी है. उनकी गिरफ्तारी की कोशिश की जा रही है.