रायपुर. टाटीबंध इलाके में हुई नकबजनी के मामले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है. के डब्लू ई प्राईवेट लिमिटेड कंपनी में चोरी करने वाले अंतर्राज्यीय गिरोह के 2 सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. 9 और 10 सितम्बर की दरम्यानी रात आरोपियों ने कंपनी की दीवाल तोड़कर नकबजनी की घटना को अंजाम दिया था. आरोपियों के पास से चोरी की 45 नग मोबाइल फोन पुलिस ने जब्त किया है. जब्त किये सामान की कीमत ढाई लाख रुपये है. दोनों आरोपी मूलतः जौनपुर उत्तरप्रदेश के रहने वाले है. मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि इस गैंग में कुछ और लोग शामिल है. जिनकी  तलाश की जा रही है. साथ ही लगभग 7 लाख रुपये का सामान पार हुआ था और सदस्यों की गिरफ़्तारी के बाद चोरी के बचे हुए सामानों को जब्त किया जायेगा.

दरअसल के डब्लू ई के कंपनी के मैनेजर अहमद ने इस मामले में आमानाका थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया था. टाटीबंध स्थित इस कंपनी में भारत और विदेशो सामान आता है. जिसमे लगभग सभी प्रकार के सामान होते है. यह सभी सामान ट्रक एवं प्लेन के जरिये कंपनी में आता है. उसके बाद वहा से कंपनी में या घर पर डिलीवरी किया जाता है. 9 सितम्बर की रात ऑफिस के स्टाफ गोडाउन बंद कर अपने अपने घर चले गए. उसी दिन कंपनी का सिक्योरिटी गार्ड ड्यूटी पर तैनात था. तभी 10 सितम्बर की रात लगभग डेढ़ बजे गार्ड ने कंपनी के मैनेजर को फोन कर बताया कि ऑफिस के अंदर से कार्टून बॉक्स की चीर – फाड़ होने की आवाज आ रही है.

उसके बाद मैनेजर ने कम्पनी के एक और कर्मचारी श्रवण राय को फोन कर कम्पनी भेजा. तब कर्मचारी और गार्ड ने गोडाउन के पीछे भाग में जाकर देखा तो पीछे का दीवाल टुटा हुआ था और अंदर कुछ अज्ञात व्यक्ति गोडाउन के अंदर जाकर सामानों की चोरी कर रहे थे. फिर दोनों की आवाज सुनकर 3 की संख्या में मौजूद अज्ञात चोरो ने अपने कन्धो में बैग से भरे सामान लेकर भाग निकले. अगले दिन कर्मचारी ने ऑफिस आकर देखा तो कुल 190 पैकेट जिसमे लैपटॉप, चाईना मोबाइल, घडी, गिफ्ट आयटम आदि सामान गायब था.

घटना के बाद आमानाका पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद टीम को यह एहसास हुआ कि बाहरी गिरोह द्वारा इस घटना को अंजाम दिया गया है. टीम ने गार्ड और कर्मचारी सतेन्द्र से भी विस्तार से पूछताछ की. इसके बाद आसपास के लगे सीसीटीवी फुटेज का अवलोकन कर आरोपियों के सम्बन्ध में तकनीकी विश्लेषण कर आरोपियों को चिन्हांकित किया गया. जिस पर टीम द्वारा जौनपुर रवाना होकर वहा लगातार कैम्प कर आरोपियों कि गतिविधियों पर नजर रखते हुये आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर पुलिस आगे कार्रवाही में जुट गयी है.