मनीषा त्रिपाठी, भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव आज मानस भवन में आयोजित लोधी-लोधा-लोध क्षत्रिय महासभा के अभिनंदन कार्यक्रम में शामि‍ल हुए। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि लोध क्षत्रिय समाज का इतिहास बहादुरों का इतिहास है। देश के स्वतंत्रता संग्राम में समाज के बलिदानियों और महापुरुषों ने अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। पूरा देश उनके बलिदान का ऋणी रहेगा।

कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, भावी पीढ़ी को उनके जीवन चरित्र और मूल्यों से प्रेरणा लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी भावना के साथ नई शिक्षा नीति लागू कर शिक्षा के पाठ्यक्रम से गुलामी के चिन्ह मिटाए है। नई शिक्षा नीति में आवश्यक किताबी ज्ञान के साथ महापुरुषों, क्रांतिकारियों और बलिदानियों की जीवनी को शामिल किया गया हैं।

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मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वीर हृदय शाह लोधी और रानी अवंती बाई लोधी के भारत की स्वतंत्रता में किए गए योगदान और बलिदान को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
वहीं मुख्यमंत्री डॉ. यादव का लोधी, लोधा और लोध क्षत्रिय महासभा ने बड़ी पुष्प माला पहनाकर और शाल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया।

बतादें कि, पर्यटन, संस्कृति और धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व मंत्री धर्मेंद्र लोधी ने सागर में रानी अवंतीबाई लोधी विश्वविद्यालय की स्थापना और उनके नाम पर सम्मान दिए जाने के कार्यों के लिए समाज की ओर से मुख्यमंत्री डॉ. यादव का धन्यवाद दिया। इस अवसर पर पंचायत और ग्रामीण विकास एवं श्रम मंत्री प्रहलाद पटेल, लोधी लोधा और लोध क्षत्रिय समाज के प्रदेश अध्यक्ष जालम सिंह पटेल सहित समाज के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।

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