चंडीगढ़. ‘वारिस पंजाब दे’ के अमृतपाल सिंह के डिब्रूगढ़ जेल में बंद साथी गुरी औजला, गुरमीत सिंह बुक्कनवाला, कुलवंत सिंह रायोके और बसंत सिंह द्वारा दायर याचिका पर हाईकोर्ट ने डिब्रूगढ़ जेल सुपरिंटेंडैंट को नोटिस जारी किया है. हाईकोर्ट ने जेल सुपरिटेंडेंट को 19 फरवरी को मामले की सुनवाई के दौरान जवाब दायर करने का आदेश दिया है.

इस मामले में गुरी औजला व अन्यों ने उन पर लगाए गए नैशनल सिक्योरिटी एक्ट (एनएसए) को गलत तथा गैर कानूनी बताते हुए हाईकोर्ट में चुनौती दी है. एनएसए के तहत की गई कार्रवाई को चुनौती देने वाली याचिका पर हाईकोर्ट ने केंद्र, पंजाब सरकार व डिब्रूगढ़ जेल सुपरिंटेंडैंट को जवाब दाखिल करने का आदेश दिया था. कोर्ट ने डिब्रूगढ़ जेल सुपरिटेंडेंट से एनएसए बारे कुछ जानकारी मांगी थी लेकिन सभी पक्षों को छोड़कर उनकी तरफ से कोई जवाब दायर नहीं किया गया. जिसके बाद कोर्ट ने डिब्रूगढ़ जेल सुपरिटेंडेंट को नोटिस जारी कर जवाब दायर करने का आदेश दिया है.

कोर्ट ने पंजाब सरकार को यह सुनिश्चित करने को भी कहा कि डिब्रूगढ़ जेल सुपरिंटैंडैंट का जवाब सुनवाई के दौरान कोर्ट में पेश किया जाए. याचिका दाखिल करते हुए सभी ने बताया कि पंजाब में अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने के लिए पंजाब सरकार ने मुहिम चलाई थी. इस मुहिम के तहत अमृतपाल के साथियों पर शिकंजा कसा गया था. इसी कड़ी में याचिकाकर्ताओं को भी शिकार बनाया गया और उसके खिलाफ एनएसए के तहत मामला दर्ज कर लिया गया. इस कार्रवाई के बाद उन्हें गिरफ्तार कर डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया.