सुशील सलाम,कांकेर. जिले के आदेश्वर नर्सिंग कॉलेज में अवैध तरीके से वसूली की शिकायत के बाद छात्रों को कमरे में कैद कर लिया गया. जिसके बाद छात्रों ने इसकी शिकायत जिला प्रशासन से की तो उन्हें कॉलेज प्रबन्धन ने हॉस्टल के अंदर जाने से रोक दिया गया. जिसके बाद छात्र फिर जिला प्रशासन की शरण में पहुंचे और प्रशासन ने आनन-फानन में तहसीलदार और जिला अस्पताल के सीएस डॉ आरसी ठाकुर को आदेश्वर नर्सिंग कालेज भेजा और मामला शांत करवाकर छात्रों को हॉस्टल के एंट्री करवाया.
आदेश्वर कॉलेज प्रबंधन की तानाशाही रवैये को लेकर छात्र-छात्राओं में अब आक्रोश बढ़ता जा रहा है. छात्रों ने मामला सुलझाने पहुंचे तहसीलदार से कॉलेज प्रबंधन के सामने ही पूरी आप बीती सुनाई और कॉलेज प्रबंधन जवाब देने की स्तिथि में नज़र नहीं आ रहा था. जिससे साफ है कि कॉलेज में गलत तरीके से छात्रों से पैसे वसूले जा रहे थे. जब छात्रों ने अपने हक की लड़ाई के लिए मोर्चा खोला तो उन पर तानाशाही रवैया अपनाकर दबाव बनाया जा रहा है.
छात्रों ने बताया कि सुबह 10 बजे से वो भूखे थे और इस कारण 3 छात्र चक्कर खाकर गिर भी गए, लेकिन उसके बाद भी कॉलेज प्रबन्धन को उन पर रहम नहीं आया और उन्हें हॉस्टल में घूसने से रोक दिया गया था. प्रशासन की फटकार के बाद छात्रों को हॉस्टल के एंट्री फिलहाल मिल गई है. कॉलेज प्रबंधन की तानाशाही रवैये का एक और नमूना उस वक़्त देखने को मिला जब तहसीलदार के सामने छात्रों को हॉस्टल में बीना अभिवावक के प्रवेश नहीं देने पर अड़ गए थे. तब तहसीलदार ने जमकर फटकार लगाई और कॉलेज प्रबंधन के होश ठिकाने पर आए तब कहीं जाकर छात्रों को हॉस्टल में एंट्री मिल सकी.