शाह आलम। भारतीय महिला शटलर्स ने बैडमिंटन एशिया टीम चैंपियनशिप में अपना ड्रीम रन जारी रखते हुए खिताबी मुकाबले में थाईलैंड को 3-2 से हराकर पहली बार चैंपियनशिप अपने नाम की. इस जीत में 17 साल की अनमोल खरब के साथ पीवी सिंधू और तृषा जॉली और गायत्री गोपीचंद की जोड़ी का महत्वपूर्ण योगदान रहा. इसे भी पढ़ें : ब्रह्मलीन हुए आचार्यश्री विद्यासागर महराज : रात 2.35 पर हुई समाधि, देशभर से पहुंच रहे श्रावक, आज निकलेगी पालकी
मलेशिया में आयोजित चैंपियनशिप में ग्रुप मैच में चीन को पराजित करने के बाद दो बार की चैंपियन जापान को सेमीफाइनल में पराजित करने के बाद भारत का खिताबी मुकाबला रविवार को थाईलैंड के साथ हुआ. पीवी सिंधु ने जोरदार तरीके से भारत का जीत का अभियान शुरू किया. सिंधु ने सुपनिदा काटेथोंग के खिलाफ 21-12, 21-12 से जीत हासिल करके भारत को 1-0 से जीत दिलाई.
ट्रीसा और गायत्री की जोड़ी ने अगले मुकाबला में 21-16, 18-21, 21-16 से जीत हासिल की और भारत की बढ़त को 2-0 कर दिया. ‘बेस्ट ऑफ फाइव’ नियम पर चलने वाले टाई के साथ, अश्मिता चालिहा के पास बुसानन ओंगबामरुंगफान के खिलाफ अपने एकल मैच में भारत को क्लीन स्वीप देने का मौका था, लेकिन बुसानन ने भारतीय को 11-21, 14-21 से हराकर थाईलैंड को समीकरण में वापस लाया.
इसके बाद बेन्यापा एमसार्ड और नुंटाकर्ण ऐमसार्ड (ऐमसार्ड सिस्टर्स) की फॉर्म में चल रही जोड़ी ने प्रिया कोनजेंगबाम और श्रुति मिश्रा की टीम को 21-11, 21-9 से हराकर थाईलैंड को 2-2 की बराबरी पर लाकर खड़ा कर दिया.
चीन और जापान के खिलाफ खेले गए मैच की तरह निर्णायक मैच में जीत का दारोमदार अनमोल खरब के कंधों पर था, लेकिन 17 साल की अनमोल ने अपना जोरदार प्रदर्शन जारी रखते हुए पोर्नपिचा चोइकीवोंग को 21-14, 21-9 से पराजित कर भारत को 3-2 से जीत दिलाकर पहला ऐतिहासिक खिताब जीता दिया.
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