नई दिल्ली. दिल्ली के कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में घिरे दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ED) से सामने पेश होने से इनकार कर दिया है. केजरीवाल ने एक-दो बार नहीं बल्कि छठी बार ऐसा किया है. AAP ने ईडी के समन को गैर कानूनी बताया है. आप ने कहा कि ED के समन की वैधता का मामला अब कोर्ट में है.

इस मामले में सीबीआई जांच कर रही है. वहीं, इस केस में मनी लॉन्ड्रिंग के एंगल से ईडी जांच में जुटी है. केंद्रीय एजेंसियों ने अब तक इस मामले में आप के दो बड़े नेताओं मनीष सिसोदिया और संजय सिंह को गिरफ्तार किया है. ईडी केजरीवाल को बुलाने के लिए 6 समन भेज चुकी है. 

ईडी ने 2 फरवरी, 17 जनवरी, 3 जनवरी, 21 दिसंबर और 2 नवंबर को केजरीवाल को समन भेजा था, लेकिन दिल्ली सीएम पेश नहीं हुए थे. इससे पहले आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा कि केजरीवाल ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को दिए जवाब में पूछा कि यदि वह आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आरोपी नहीं हैं, तो उन्हें समन क्यों जारी किया गया.

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल बीते शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस से अदालत में पेश हुए. उन्होंने अदालत को आश्वासन दिया कि वे दिल्ली विधानसभा का बजट सत्र समाप्त होने के बाद मार्च में शारीरिक रूप से पेश होंगे. इसके बाद अदालत ने आश्वासन को स्वीकार करते हुए सुनवाई 16 मार्च तय कर दी. अदालत ने उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा उनके खिलाफ जारी समन का पालन न करने पर तलब किया था.