लोकसभा चुनाव के मद्देनजर आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग को लेकर बातचीत ट्रैक पर आ गई है. कुछ दिनों पहले जहां आप के नेता ने कहा था कि वह कांग्रेस को केवल एक सीट देंगे. वहीं अब माना जा रहा है कि दोनों पार्टियों के बीच गठबंधन को लेकर सहमति आखिरी दौर में है.

पंजाब में 10 फरवरी को अरविंद केजरीवाल ने एक रैली में कहा था कि राज्य में पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी. इस पर मंगलवार को केजरीवाल बोले- इस फैसले पर हम पुनर्विचार नहीं करने वाले हैं. हमने जीतने के लिए यह फैसला किया है.

इसके अलावा केजरीवाल ने कहा कि अन्य राज्यों में भी गठबंधन को लेकर कई दौर की चर्चा हो चुकी है. जल्द ही अन्य राज्यों में भी गठबंधन का ऐलान किया जाएगा.

दिल्ली में कांग्रेस के साथ आप के गठबंधन की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर केजरीवाल ने कहा कि कई दौर की चर्चा हो चुकी है और चीजें अंतिम चरण में हैं. उन्होंने कहा, ‘‘उनके (कांग्रेस) साथ गठबंधन की घोषणा बहुत जल्द की जाएगी.’’ उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि अन्य राज्यों के लिए भी कई दौर की चर्चा हो चुकी है और बातचीत अंतिम चरण में है.

दोनों पार्टियां दिल्ली की सातों लोकसभा सीट पर प्रत्येक उम्मीदवार की जीत के आधार पर राजधानी में 4-3 सीट-बंटवारे के फॉर्मूले पर आखिरकार फैसला कर लेंगी. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा, ‘जहां कांग्रेस ने पहले ही प्रत्येक सीट पर संभावित उम्मीदवारों का एक पैनल गठित कर लिया है, वहीं आप ने भी संभावित उम्मीदवारों की एक सूची बना ली है. इन दोनों पैनलों का मूल्यांकन जीतने की क्षमता के आधार पर किया जाएगा और तय किए गए उम्मीदवारों को टिकट दिया जाएगा’

AAP के महासचिव और राज्यसभा सांसद संदीप पाठक ने 14 फरवरी को कहा था कि हम कांग्रेस को दिल्ली में एक ही सीट देने पर विचार कर रहे हैं. कांग्रेस एक से ज्यादा सीट की हकदार नहीं है.