चलती कार में आग लगने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे कि इंजन में खराबी, शॉर्ट सर्किट या फ्यूल रिसाव. आग लगने की स्थिति में बिना घबराए सही कदम उठाने से आप खुद को सुरक्षित रख पाएंगे. जैसे ही आग लगने का पता चले कार को तुरंत सुरक्षित स्थान पर रोक दें और इंजन बंद कर दें. कार से चाबी निकाल लें. इससे आग फैलने की संभावना कम हो जाएगी. कार से बाहर निकलें और दूर खड़े हो जाएं. अगर कोई अन्य व्यक्ति कार में है, तो उसे भी बाहर निकालें. आग की लपटों और धुएं से दूर रहें.

चलती कार में क्यों लग जाती है आग

अचानक होने वाली इस घटना के पीछे कई असावधानियां होती हैं. कारणों की बात करें, तो टक्कर, फ्यूल लीकेज, टायर फटने या बिजली के खराब होने की स्थिति में कार में आग लग सकती है. वजह कुछ भी हो सकती है, लेकिन चलती कार में आग लगना खतरनाक होता है, क्योंकि खतरे से बाहर निकलने के लिए आपको आग बुझाने के साथ-साथ कार से बाहर निकलना होता है.

  1. किसी वाहन में चलते हुए आग लग जाने के कुछ प्रमुख कारण इंजन की ओवर हीटिंग, फ्यूल का लीक हो जाना या गाड़ी के वायरिंग में कोई दिक्कत होना होता है. इससे बचने के लिए आपको अपनी गाड़ी अधिक पॉवर लेने वाले एक्स्ट्रा एक्सेसरीज को नहीं लगवाना चाहिए.
  2. बहुत से लोग कार को अपने अनुसार चेंज करने के लिए उसके कंपनी फिटेड एक्सेसरीज के साथ छेड़छाड़ करते हैं, जिससे गाड़ी के वायरिंग में बेवजह कट लग जाते हैं. इससे गाड़ी के वायरिंग में शॉर्ट सर्किट होने की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है. साथ ही बहुत से लोग गाड़ी में अलग से ढेर सारे एक्सेसरीज लगवा लेते हैं, जिससे गाड़ी की वायरिंग पर अनावश्यक दबाव पड़ता है और आग लग जाती है. इससे बचने के लिए आप अपनी गाड़ी में अधिक इलेक्ट्रॉनिक एक्सेसरीज न लगवाएं और समय-समय पर मैकेनिक से अपनी गाड़ी की जांच जरूर करवाते रहें.

चलती कार में आग लगने की परेशानी से कैसे बचें

कार का रेगुलर चेकअप कराएं. कोई समस्या हो तो तुरंत ठीक कराएं.
कार में हमेशा आग बुझाने के लिए फायर एक्सटिंग्विशर रखें.
कार में धूम्रपान ना करें, खासकर उन कारों में जो सीएनजी पर चलती है.
ध्यान रखें कि कार के इंजन का तापमान हमेशा सही रहे.
कार में इंजन ऑयल सही लेवल तक होना चाहिए.
कार के इलेक्ट्रिकल सिस्टम को समय-समय पर चेक कराते रहें.

  1. यदि आप एक सीएनजी कार चलाते हैं तो आपको बेहद सावधान रहने की जरूरत होती है, क्योंकि सीएनजी कारों में आग लगने की संभावना अधिक होती है. साथ ही ऐसी गाड़ियों के सभी पुर्जों को समय-समय पर जरूर चेक करवाते रहना चाहिए. इससे गाड़ी में यदि कोई कमी हो तो उसे समय पर सुधारा जा सकता है. इसके साथ ही ऐतिहात के तौर पर आपको अपनी गाड़ी में एक अच्छी कंपनी का फायर एस्टिंगुशर जरूर रखना चाहिए.