पठानकोट। जम्‍मू से पंजाब तक बिना लोको पायलट के मालगाड़ी चल पड़ी. यह घटना हर किसी को स्तब्ध कर देने वाली थी। मालगाड़ी करीब 2 घंटे तक में 80 किलोमीटर की दूरी पार कर चुकी थी. कर्मचारियों की इस लापरवाही को अब रेलवे ने गंभीरता से लेते हुए उन पर कार्रवाई की है, जिसके अनुसार कई कर्मचारियों पर गाज गिरी है।

इस मामले में रेलवे के 6 लोगों पर बड़ी कार्रवाई हुई है। स्टेशन मास्टर, ट्रैफिक इंस्पेक्टर, लोको पायलट, असिस्टेंट लोको पायलट, पॉइंटमेन और लोको इंस्‍पेक्‍टर को सस्‍पेंड कर दिया गया है। आपको बता दें की बीते दिन मालगाड़ी बिना लोको पायलट के चलने लगी अचानक चलती हुई गाड़ी को देखकर हर कोई डर सा गया था। वही रेलवे विभाग में भी हड़कंप मच गया। बड़ी मशक्कत करने के बाद मालगाड़ी को रोका गया। कठुआ से चलती बेलगाम ट्रेन को पंजाब के होशियारपुर के ऊंचा बस्सी में ट्रैक पर पत्थर व लकड़ी के गुटके डालकर इसे रोका गया। घटना के बाद रेलवे ने बड़ी अजीब दलील दी है।
रेलवे ने जांच के निर्देश दिए हैं। बताया जा रहा है की लोको पायलट ने मालगाड़ी को कठुआ रेलवे स्टेशन पर रोका और चाय पीने चला गया।

आपको बता दें कठुआ स्टेशन पर करीब 7:10 बजे अचानक मालगाड़ी चलने लगी। इससे पहले कि रेलवे स्टाफ ट्रेन को गुटके वगैरह लगाकर रोकने का प्रयास करता, ढलान होने के कारण मालगाड़ी ने रफ्तार पकड़ ली। फिर रेलवे स्टाफ ने आनन-फानन में अगले सभी स्टेशनों को अलर्ट किया और रेलवे क्रासिंग बंद करवा दीं।