आशुतोष तिवारी, जगदलपुर। कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में दो दिवसीय पक्षियों की गणना हुई है. जिसमे 210 पक्षियों की प्रजातियां पाई गई है. सर्वे में मालापाड पाइल्ड होमबिल, ब्लैक केट किंग फिशर, ब्लैक ईगल, जेडेन बाजा, ब्लैक बाजा ये पहली बार बस्तर में देखे गए है. इसे भी पढ़ें : सिद्धू मूसेवाला के माता-पिता के घर फिर से गूंजेगी किलकारी, जल्द सुनने को मिलेगा शुभ समाचार…

25 फरवरी से शुरू हुई पक्षियों की गणना दो दिनों तक चली. कांगेर घाटी राष्ट्रीय पार्क के निदेशक धम्मशील गणवीर ने बताया कि दूसरे फेस की गणना संपन्न हुई है, जिसमें पक्षियों की 210 प्रजातियां देखी गई हैं. बर्ड काउंटिंग के लिए 10 राज्यों के 70 से अधिक विशेषज्ञ बस्तर पहुंचे हैं.

इसे भी पढ़ें : बस्तर से जबलपुर और दिल्ली के लिए जल्द मिलेगी फ्लाइट की सुविधा

कांगेर वैली नेशनल पार्क में छत्तीसगढ़ के राजकीय पक्षी बस्तर हिल मैना बड़ी संख्या में दिखती है. यहां 15 से अधिक गांवों में इस पक्षी को देखा जाता है. साल 2023 में इसी तरह का एक सर्वेक्षण किया गया था. उस दौरान पहाड़ी मैना, ब्लैक-हुडेड ओरिओल, रैकेट-टेल्ड ड्रोंगो, जंगल फाउल और कठफोड़वा सहित बड़ी संख्या में पक्षी पाए गए थे.

इसे भी पढ़ें : CG Crime: BJP नेता पर लगा नौकरी का झांसा देकर ठगी का आरोप, पुलिस ने दर्ज की FIR….जानें मामला

पिछले साल के अध्ययन से यह स्पष्ट हो गया है कि राष्ट्रीय उद्यान पक्षियों के आगमन के साथ पक्षी प्रेमियों के लिए हॉटस्पॉट के रूप में उभर रहा है. इस सर्वे से पार्क में अधिक पक्षी प्रजातियों की पहचान करने और उनकी आदतों और आबादी का पता लगाने में मदद मिलेगी. इसके साथ इको-टूरिज्म के तहत इसमे कई नए आयाम जुड़ेंगे.

इसे भी पढ़ें : गौ तस्करी के विरोध में दंडवत यात्रा, आमानाका गौ तस्करी के आरोपियों को जेल भेजने की मांग…

बर्ड काउंट इंडिया के सहयोग से आयोजित इस सर्वे में छत्तीसगढ़ के अलावा पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, गुजरात और राजस्थान के 70 से अधिक पक्षी विशेषज्ञ और शोधकर्ता शामिल हैं.