रायपुर। राष्ट्रीय कृषि और ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) ने राजधानी के कोर्टयार्ड बाय मैरियट में छत्तीसगढ़ के लिए स्टेट क्रेडिट सेमिनार 2024-25 का आयोजन किया. कृषि मंत्री राम विचार नेताम ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम की अध्यक्षता की. इस दौरान उन्होंने राज्य फोकस पेपर (2024-25) का अनावरण किया.

कार्यक्रम में डॉ. ज्ञानेंद्र मणि, सीजीएम नाबार्ड ने अपने संबोधन में राज्य में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए 75,810 करोड़ रुपये के प्राथमिक क्षेत्र के ऋण अनुमानों पर प्रकाश डाला. उन्होंने क्रेडिट प्लानिंग प्रक्रिया में स्टेट फोकस पेपर के महत्व और राज्य में बुनियादी ढांचे के विकास, प्रचार और विकासात्मक गतिविधियों में नाबार्ड द्वारा की गई पहलों को भी रेखांकित किया. वर्ष 2024-25 के लिए प्राथमिकता क्षेत्र के तहत कुल ऋण क्षमता 75,810 करोड़ रुपये अनुमानित है. जिसमें से कृषि का हिस्सा 31,969 करोड़ रुपये है. सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्षेत्र के संबंध में 39,046 करोड़ रुपये की संभाव्यता का आकलन किया गया है. एवं अन्य प्राथमिक छेत्र मे 4795 करोड़ रुपए की ऋण संभाव्यता का आकलन किया है.

कृषि मंत्री राम विचार नेताम ने नाबार्ड की भूमिका की सराहना की और राज्य ऋण संगोष्ठी 2024-25 के आयोजन के लिए नाबार्ड को सम्मानित किया. कृषि उन्नति योजना जैसी राज्य सरकार के की गई पहलों पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने समान कृषि और ग्रामीण विकास को बढ़ावा देने के लिए नाबार्ड के साथ अधिक सहयोग का आह्वान किया. उन्होंने सभी हितधारकों को उनके समर्थन के लिए बधाई दी और बैंकों से अनुरोध किया कि वे जमीनी स्तर पर ऋण प्रवाह बढ़ाने के लिए अपना पूरा समर्थन दें.