चंडीगढ़. किसान अब भी अपनी मांग को लेकर अडिग हैं। किसानों को शंभू बॉर्डर से हरियाणा में दाखिल नहीं होने दिया गया है। इसके बाद किसान संगठनों ने पिछले दिनों दिल्ली कूच को 29 फरवरी तक के लिए टाल दिया था। किसानों नाराजगी बढ़ती ही जा रही है, इस बीच अब भी किसान शुभकरण के शव का पोस्टमार्टम मंगलवार को भी नहीं हुआ।

अस्पताल के बाहर है किसानों का पहरा

आपको बता दे की शुभकरण सिंह का शव पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में रखा हुआ। राजिंदरा अस्पताल में इस करीब 100 से ज्यादा किसान धरने पर बैठे हैं। किसानों का कहना है कि 4 से 5 किसान अस्पताल के बाहर रहेंगे, बाकी किसान ट्रॉलियों में मोर्चा लगाए बैठे हैं। उन्होंने शंका जाहिर किया कि अगर शंभू का शव छोड़ दिया जाएगा तो उसके पोस्टमार्टम से भी छेड़खानी की जा सकती है। यही कारण है कि किसान पहरा दिए हुए बैठे हैं।

आज किसान संगठन दोबारा से बैठक करके दिल्ली कूच पर आगे की रणनीति तैयार करेंगे। बैठक में शुभकरण सिंह के पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार पर भी बातचीत हो सकती है। किसान संगठनों ने मांग की है कि शुभकरण सिंह की मौत के लिए जिम्मेदार अफसरों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज होना चाहिए। यह मांग अधूरी है, यही कारण है की शुभकरण सिंह के शव का छठे दिन भी पोस्टमार्टम नहीं हो सका है।