लखनऊ. उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार चुनावी मौसम को देखते हुए खूब लोकलुभावने वादे करने में जुटी है. अगले साल की शुरुआत में होने वाले कुंभ मेले के पहले ही सरकार ने बड़ा दांव खेला है. अब सरकार राज्य के प्रमुख शहरों में एक औऱ शैक्षिक राजधानी इलाहाबाद का नाम बदलने वाली है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कुंभ मेला मार्गदर्शक मंडल की बैठक में इसका प्रस्ताव पेश किया. जिसे कई कैबिनेट मंत्रियों की मौजूदगी में स्वीकार कर लिया गया. उनके इस प्रस्ताव पर राज्यपाल राम नाईक ने भी सहमति जताई है. मुख्यमंत्री ने बैठक के बाद कहा इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज जल्द ही किया जाएगा. इसकी सारी प्रक्रिया जल्द पूरी कर ली जाएगी.
राज्यपाल की अध्यक्षता में हुई कुंभ मेला मार्गदर्शक मंडल की पहली बैठक में संतों ने इलाहाबाद का नाम प्रयागराज किए जाने का प्रस्ताव रखा. जिसे सभी ने एक सुर से मंजूरी दे दी. मुख्यमंत्री ने कहा कि चूंकि दो नदियों के संगम स्थल को प्रयाग के नाम से जाना जाता है, इसलिए हिमालय से निकलीं दो प्रमुख नदियों गंगा एवं यमुना के संगम स्थल को प्रयागराज ही कहा जाना चाहिए. राज्यपाल ने भी विभिन्न उदाहरण के माध्यम से प्रयागराज के नाम पर सहमति जताई. मुख्यमंत्री ने बताया कि मेला प्राधिकरण का नाम पहले ही प्रयागराज के नाम पर हो चुका है. बहुत जल्द इलाहाबाद जिले का नाम प्रयागराज होगा. बैठक में कुंभ के मद्देनजर हो रहे स्थायी और अस्थायी निर्माण कार्यों पर विस्तार से चर्चा हुई.
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस भव्य और दिव्य कुंभ को पूरी दुनिया देखेगी. इसके लिए 2446 करोड़ रुपये की 643 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है. हर कार्य के पूरा होने की अवधि भी तय कर दी गई है.