Best Hospitals List 2024 : पूरे विश्व में आई त्रासदी (covid pandemic) के बाद हर देश ने अपने हेल्थ केयर सिस्टम को मजबूत करने हर संभव कोशिश किया है. वहीं भारत में भी अस्पतालों पर विशेष फोकस किया गया है. कोरोना के दौरान अमेरिका के स्वास्थ्य व्यवस्था की हर आलोचना की गई थी. लेकिन एक नई रिपोर्ट में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. जिसमें 250 बेस्ट अस्पतालों की सूची में अमेरिका के सबसे ज्यादा अस्पताल शामिल हैं. वहीं इसमें भारत के तीन अस्पतालों का नाम भी शुमार किया गया है.

इस ग्लोबल रिपोर्ट में दुनियाभर के 250 बेस्ट अस्पतालों की सूची जारी की गई है. जिसमें अमेरिका (USA) के सबसे ज्यादा 43 अस्पताल शामिल किए गए हैं. इसमें टॉप 5 अस्पतालों में से 4 USA के हैं. वहीं जर्मनी के 23 और साउथ कोरिया के 17 अस्पताल इस लिस्ट में शामिल किए गए हैं. इसके साथ ही भारत के सिर्फ 3 अस्पतालों का नाम 250 हॉस्पिटल की लिस्ट में शामिल हुआ है. जिसमें 2 सरकारी और एक प्राइवेट अस्पताल है.

30 देशों के हॉस्पिटलों का सर्वे कर जारी की गई 250 बेस्ट हॉस्पिटल की लिस्ट

बेस्ट हॉस्पिटल्स की यह लिस्ट न्यूजवीक और डाटा एनालिस्ट साइट स्टेटिस्टा ने मिलकर बनाई है. दुनिया के 30 देशों के 2400 अस्पतालों का डाटा और 85,000 मेडिकल एक्सपर्ट के ऑनलाइन सर्वे के आधार पर 250 बेस्ट हॉस्पिटल की लिस्ट जारी की है. इस लिस्ट में पहला स्थान अमेरिकी शहर मिनेसोटा में स्थित मायो क्लीनिक को मिला है. इसे दुनिया का बेस्ट हॉस्पिटल बताया गया है. दूसरे नंबर पर अमेरिका का क्लीवलैंड क्लीनिक, तीसरे नंबर पर कनाडा टोरंटो जनरल यूनिवर्सिटी हेल्थ नेटवर्क, चौथे नंबर पर अमेरिका का जॉन्स हॉपकिन्स हॉस्पिटल और पांचवें नंबर पर यूएस का मैसाच्युसेट्स जनरल हॉस्पिटल है. वहीं टॉप 10 हॉस्पिटल में जर्मनी, स्वीडन, इजरायल और फ्रांस के हॉस्पिटल ने जगह बनाई है.

250 हॉस्पिटल की लिस्ट में भारत के इन अस्पतालों का नाम शामिल

इस लिस्ट में देश की राजधानी दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) को 113वां स्थान मिला है. गुरुग्राम के प्राइवेट हॉस्पिटल मेदांता द मेडसिटी को 166वां स्थान मिला है. जबकि चंडीगढ़ का पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च (PGIMER) 246वें स्थान प्राप्त हुआ है.

सेंट्रल ब्यूरो ऑफ हेल्थ इंटेलिजेंस (CBHI) के 2019 की रिपोर्ट के अनुसार भारत में कुल 23,581 सरकारी अस्पताल और 22 सेंट्रल गवर्नमेंट के अस्पताल थे. पिछले कुछ सालों में इनकी संख्या में बढ़ोतरी हुई है. देशभर में 23 हजार से ज्यादा सरकारी और प्राइवेट अस्पताल होने के बावजूद सिर्फ 3 अस्पताल ही ग्लोबल रिपोर्ट में जगह बना पाए हैं.