बीजापुर। आपने अब तक गहने, रुपए, दस्तावेज आदि की चोरी की एफआईआर सुनी होगी, लेकिन धुर नक्सल प्रभावित बीजापुर में सड़क चोरी का मामला सामने आया है. प्रार्थी इशू सोनी ने थाने में बाकायदा सड़क चोरी होने की रिपोर्ट दर्ज कराई है, इसके बाद पुलिस असमंजस में है कि आखिर किसके खिलाफ कार्रवाई करे. इसे भी पढ़ें : कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष अलका लांबा ने दुष्कर्म मामले में सरकार को घेरा, कहा – बलात्कारियों को नपुंसक बनाने का लाया जाए कानून

मामला तूल पकड़ने के बाद भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीनिवास मुदलियार ने मामले की जांच के लिए 6 सदस्यीय कमेटी गठित की है, जो जल्द ही मौके का मुआयना करने जाने वाली है. बता दें कि बस्तर में सड़क निर्माण के नाम पर भ्रष्टाचार के खेल का यह कोई पहला मामला नहीं है.

गोपनीय निविदाओं के जरिए हो रहा खेल

दंतेवाड़ा जिले में हाल ही में 40 करोड़ रुपए के कार्यों को कलेक्टर मयंक चतुर्वेदी ने निरस्त कर दिया है. ये सभी कार्य सड़क निर्माण के थे. इन कार्यों में निविदा प्रक्रिया का उल्लंघन किया गया था. निविदा प्रकाशित किए बिना ही चहेते ठेकेदारों को दस प्रतिशत अधिक दर पर काम बांट दिए गए.

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इस कार्रवाई के बाद अब निर्माण एजेंसियों में हड़कंप मचा हुआ है. बीते तीन वर्षों में अफसरों ने गोपनीय निविदाओं के जरिये ही करीब 400 करोड़ के कार्य चहेते ठेकेदारों को आवंटित कर अपनी भी जेबें गर्म कर ली हैं. इनकी निष्पक्ष जांच हुई तो 40 नहीं 400 करोड़ का फर्जीवाड़ा निकल सकता है.

बहुत ही गंभीर है पूरा मामला

कलेक्टर अनुराग पांडे ने मीडिया को बताया कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत सड़क निर्माण नहीं होने की खबर मिली है. इस सबंध में पीएमजीएसवाय के अधिकारियों से कहा गया है कि वो ये बताएं कि सड़क क्यों नहीं बनी और ये जानकारी कैसे दे दी गई कि सड़क का काम पूरा हो चुका है. पूरा मामला बहुत ही गंभीर है. इसकी जांच कराएंगे.

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सूनी पगडंडी पर लगा दिया सूचना बोर्ड

सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर बाकायदा यह जानकारी दी गई है कि 2 मई 2022 को सड़क तैयार हो चुकी है. इसकी सूचना देने वाला बोर्ड भी सूनी पगडंडी पर लगाया गया है. सड़क को पुतकल से पटेलपारा तक बनी हुई भी दिखाया गया है, जबकि सच्चाई यह है कि कागजों में दर्ज पक्की सड़क धरातल पर अभी भी कच्ची है, जिस पर आम आदमी का चलना मुश्किल है. शिकायतकर्ता ईशू सोनी ने बताया कि उत्केल गांव से पटेलपारा तक सड़क निर्माण का बोर्ड लगा हुआ है, जबकि सड़क बनी ही नहीं हैं. एसपी से सड़क का पता लगाने का अनुरोध किया है.

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