पुष्पेंद्र सिंह, दंतेवाड़ा. मां दंतेश्वरी के दर्शन करने आए बस्तर लोकसभा के भाजपा प्रत्याशी महेश कश्यप ने धर्मांतरण और नक्सलवाद पर खुलकर बयान दिया है. उन्होंने कहा बस्तर जैसा शांत क्षेत्र जो हजारों साल गुलामी के बाद भी सुरक्षित रहा है. चाहे नक्लस्वाद के मामला हो या अलगावाद. लेकिन दुर्भाग्य से आज़ाद भारत में 60 साल कांग्रेस के शासनकाल में अस्सी के दशक में बस्तर में नक्सलवाद पनपा. नासूर बना नक्सलवाद इसका जिम्मेदार कांग्रेस है. नक्सलवाद की पालनहार कांग्रेस है.

आगे उन्होंने कहा, छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार ने पिछले पांच सालों में नक्सलवाद खत्म होने का दावा किया था. यदि नक्सलवाद खत्म हुआ है तो कहा से पैदा हो गए, इसका मतलब पाल के रखते हैं और अपने शासनकाल में दबा के रखते हैं. जैसे ही हमारी सरकार आई कांग्रेस ने हमारे बीजेपी के कार्यकर्ताओं की टारगेट किलिंग शुरू करवा दी. यह सब घटनाएं निंदनीय है, इसके लिए देश की जनता और बस्तर की जनता कांग्रेस को माफ़ नहीं करेगी. बस्तर समेत पूरे देश से कांग्रेस मुक्त होने जा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 400 पार सीटें जीत रहे हैं.

धर्मांतरण के सवाल पर महेश कश्यप ने दो टूक जवाब दिया. वे कहते हैं आजाद भारत में भाई-भाई से लड़वाया जा रहा है. जनजातियों को आपस में लड़ाने का काम कांग्रेस कर रही है. बड़ी विडंबना है मुगलों के 800 वर्ष और अंग्रेजों के 200 वर्ष के शासनकाल में बस्तर में धर्मांतरण नहीं हुआ. आजाद भारत में धर्मांतरण हुआ. यह सब कांग्रेस के इशारे पर हुआ है. बस्तर जिले में 256 परिवारों का धर्मांतरण करने का रिकॉर्ड मिलता है. सूचना के अधिकार से निकली जानकारी के मुताबिक इस बात को कह रहा हूं.

बस्तर में सुरक्षा बड़ा सवाल

हमारे गृह मंत्री अमित शाह का लक्ष्य है. पांच साल में छत्तीसगढ़ से नक्सलमुक्त करने का है. पांच किलोमीटर में सुरक्षा कैंप खोलने के साथ ही नक्सल मामलों फंसे लोगों को मुख्यधारा में लाने का प्रयास करेगी. हमारे जो कार्यकर्ताओं के ऊपर हमले हो रहे हैं और हत्या हो रही, उसके लिए सरकार विचार करेगी और सुरक्षा मुहैया करवाएगी. इन पांच सालों में बस्तर नक्सलमुक्त हो जाएगा.

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