रायपुर। छत्तीसगढ़ जीएसटी की टीम वित्त मंत्री ओपी चौधरी के निर्देश पर लगातार टैक्स चोरी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. वहीं जीएसटी के ई वे बिल जांच दल ने बीते 1 मार्च को चेकिंग के दौरान एक संदिग्ध वाहन का पीछा कर दुर्ग जिले के चंद्रखुरी में संचालित अघोषित गुटखा फैक्ट्री में कार्रवाई की. इससे पहले संदिग्ध वाहन चालक ने जीएसटी जांच दल को चकमा देने की पूरी कोशिश की और पहचान छिपाने के लिए पैकिंग मटेरियल को भी जला दिया. हालांकि जांच दल के सदस्य फिर भी गुटखा फैक्ट्री तक पंहुच ही गए.

अवैध गुटका फैक्ट्री मे बड़ी मात्रा में प्रतिष्ठित ब्रांड गुटखा कंपनियों के रैपर तथा गुटखे का कच्चा माल, सुपारी तंबाखू आदि बरामद गया है. फैक्ट्री में अवैध गुटका बनाने में इस्तेमाल की जा रही मिक्सर मशीन भी मिली है. यह फैक्ट्री कोमल फूड्स के नाम से संचालित थी. जीएसटी विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इसी व्यवसायी के राजनांदगांव स्थित फैक्ट्री को भी जांच के दायरे में लिया गया है. यहां भी गुटखा निर्माण करने के साक्ष्य मिले हैं.

गौरतलब है की वित्त एवं जीएसटी मंत्री ओपी चौधरी ने मोदी की गारंटी के अंतर्गत विकसित छत्तीसगढ़ बनाने और अगले पांच वर्षों में राज्य की जीडीपी को 10 लाख करोड़ रुपये पहुंचाने का लक्ष्य रखा है. गुटखा पान मसाला और तंबाखू उत्पादों पर जीएसटी का स्लैब सर्वाधिक है. टैक्स के अतिरिक्त इन पर सैस भी लगता है इसलिए इनमें कर चोरी की आशंका भी अधिक रहती है. स्टेट जीएसटी की टीम लगातार इस तरह के मामलों पर नजर रख रही है.

जीएसटी विभाग ने इसी सप्ताह तीन और व्यवसायियों की जांच कर लगभग 8 करोड़ रुपये टैक्स जमा करवाया है. इन फर्मों में टैक्स की गड़बड़ी को आई टूल्स द्वारा फ्लेग किया गया था. इन सभी की ओर से पिछले तीन सालों से आईटीसी क्लेम ज्यादा करते हुए टैक्स कम जमा किया जा रहा था. जांच के दौरान स्टॉक में भी बड़ी मात्रा मे अंतर पाया गया.