शैलेंद्र पाठक, बिलासपुर. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने रामदयाल उइके पर जमकर हमला बोला है. सोमवार को बिलासपुर में प्रेस कॉन्फेंस कर भूपेश बघेल ने कहा कि रामदयाल उइके सत्ता के स्थायी विपक्षी है. अब चुनाव के बाद वे फिर एक बार विपक्ष में होंगे, क्योंकि कांग्रेस इस बार चुनाव जीत रही है. भूपेश बघेल ने कहा कि रामदयाल उइके का जाना कांग्रेस के लिए अच्छा संकेत है.
पीसीसी चीफ भूपेश बघेल ने कहा कि प्रदेश में 2003 की स्थिति की पुनरावृति हो रही है. 2003 में जग्गी हत्यकांड और लाठीचार्ज हुआ था, तब भी रामदयाल उइके ने पार्टी बदली थी. अब भी कांग्रेस भवन में लाठीचार्ज और रिंकू खनूजा हत्याकांड हुआ है. तब भी रामदयाल ने पार्टी बदली है.
भूपेश बघेल ने आगे कहा कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी से बात चल रही है. अभी फैसला नहीं हुआ है. इसके बाद रामदयाल उइके पर लगातार निशाना साधा. उन्होंने कहा कि रामदयाल उइके जहां जाते हैं वो पार्टी विपक्षी हो जाती है. एक सवाल के जवाब में कहा कि जब रामदयाल उइके जोगी से बात करके आते जाते हैं तो साफ है कि अजीत जोगी डॉ रमन सिंह के मददगार है. भूपेश बघेल ने मुख्यमंत्री रमन सिंह के सीट बदलकर चुनाव लड़ने पर कहा कि वो हर चुनाव में सीट बदलते हैं.
बता दें कि रामदयाल उइके 1998 में अविभाजित मध्यप्रदेश में भाजपा से विधायक थे. छत्तीसगढ़ गठन के बाद रामदयाल उइके ने अजीत जोगी के उपचुनाव लड़ने के लिए मरवाही सीट छोड़ दी थी. इसके बाद अजीत जोगी तीन साल कांग्रेस की सरकार चलाई. इसके बाद रामदयाल उइके कांग्रेस में ही रहे.
अजीत जोगी द्वरा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के गठन पर उइके की पार्टी छोड़ने को लेकर अटकले लगाई जा रही थी, लेकिन रामदयाल उइके पार्टी में ही रहे. कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था लेकिन गोंगपा से गठबंधन को लेकर नाराज चल रहे थे. राहुल गांधी के दौरा के दौरान मंच में जगह नहीं मिलने से नाराज चल रहे थे.