प्रदीप गुप्ता, कवर्धा. राशन कार्ड के माध्यम से लोगों को बांटे जाने वाले खाद्य सामग्री चावल, शक्कर व चना में हेराफेरी करने का मामला सामने आया है. इस मामले को भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक ने विधानसभा सत्र में जोर-शोर से उठाया था. इसके बाद से खाद्य विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है. वहीं दुकान संचालकों से अब वसूली करने में विभाग के पसीने छूट रहे हैं. वहीं सवाल यह भी उठ रहा कि जिम्मेदार अधिकारियों पर शासन कोई कार्रवाई नहीं कर रही.

कबीरधाम जिले में भी शासकीय राशन दुकान संचालकों द्वारा बड़ी मात्रा में खाद्यान सामग्री की हेराफेरी की गई है, जिसकी राशि 13 करोड़ रुपए से अधिक है. मामले की खुलासा तब हुआ जब दिसम्बर 2022 से मई 2023 तक जिले के राशन दुकानों का भौतिक सत्यापन किया गया, जिसमें 498 दुकानों में तीन हजार सात सौ इक्कीस मीट्रिक टन राशन सामग्री चावल, शक्कर व चना कम पाया गया. इसकी कीमत लगभग 13 करोड़ 26 लाख रुपए है. इसकी भरपाई के लिए खाद्य विभाग ने सभी दुकान संचालकों को नोटिस जारी किया है.

जिम्मेदार अधिकारियों पर नहीं हो रही कोई कार्यवाही

वहीं हेराफेरी के मामले में तीन दुकान संचालकों पर एफआईआर व 8 दुकान को निलंबित किया गया है. शेष दुकानदारों को नोटिस थमाया गया है, लेकिन खाद्यान सामग्री के हेराफेरी के इस खेल में एक भी जिम्मेदार खाद्य अधिकारी के ऊपर ठोस कार्यवाही शासन ने नहीं की है, जो बड़ा सवाल है. जिले के खाद्य अधिकारी आकांक्षा नायक ने बताया 342 दुकान संचालकों से दो हजार नौ सौ छब्बीस मीट्रिक टन खाद्य सामग्री की वसूली की जा चुकी है. पांच सौ चालीस मीट्रिक टन खाद्य सामग्री 38 दुकानदारों से तहसीलदार के माध्यम से वसूली की कार्यवाही की जा रही है.

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