Rajasthan News: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि गुजरात और राजस्थान के बीच सदियों से गहरे रिश्ते रहे हैं। ये संबंध हमारे बीच आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक सहयोग को निरंतर मजबूत कर एक सुनहरे भविष्य की राह प्रशस्त कर रहे हैं।

सीएम शुक्रवार को बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित ‘सदाकाल गुजरात कार्यक्रम-2024‘ को वर्चुअली संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि दोनों राज्य संस्कृति, वेशभूषा और खान-पान को एक-दूसरे से इस तरह साझा करते हैं कि राजस्थानी और गुजराती एक ही परिवार के सदस्य लगते हैं। दोनों राज्यों के लोक नृत्यों जैसे गरबा, घूमर, भवाई और लोक संगीत व लोक कथाओं में गहरा संबंध है।

उन्होंने कहा कि राजस्थान अपने समृद्ध इतिहास, जीवंत संस्कृति, प्राकृतिक सौंदर्य और अनुकूल औद्योगिक वातावरण के साथ निवेश के लिए एक आदर्श स्थान है। राज्य सरकार निवेशकों को आकर्षित करने के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। उन्होंने गुजराती उद्योगपतियों से राजस्थान में निवेश करने का आह्वान किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात के समान ही राजस्थान में भी निवेश की अपार सम्भावनाएं हैं। यहां खनन, पर्यटन, ऊर्जा, कपड़ा, खाद्य प्रसंस्करण, सूचना प्रौद्योगिकी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में निवेश के अवसर उपलब्ध हैं। राजस्थान में निवेशकों के लिए भूमि अधिग्रहण की आसान प्रक्रिया, कर छूट, एकल खिड़की प्रणाली जैसी महत्वपूर्ण सुविधाएं एवं सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान में युवा और कुशल श्रमशक्ति भी मौजूद है, जो विभिन्न उद्योगों की आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम है। उन्होंने कार्यक्रम के आयोजनकर्ताओं को बधाई देते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रमों से रिश्ते मजबूत होते हैं और लोगो को एक-दूसरे के साथ काम करने का अवसर मिलता है।

कार्यक्रम में उपस्थित गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने कहा कि एक भारत-श्रेष्ठ भारत की पहल के माध्यम से देश के लोगों के बीच भावात्मक संबंधों को मजबूती मिल रही है। उन्होंने कहा कि आज देश-दुनिया में भारत की एक नई पहचान स्थापित हो रही है। उन्होंने जल प्रबंधन के लिए राजस्थान सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की।

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