दिल्ली. #Metoo के आरोप से घिरे केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. मामले में अकबर के न्यायालय में जाने के बाद भी आरोप लगने का क्रम नहीं थमने के बाद यह कदम उठाया गया है.
गौरतलब है कि प्रिया रमानी के बाद एक के बाद एक 19 अन्य महिला पत्रकारों के एमजे अकबर पर किसी न किसी तौर पर यौन शोषण के आरोप लगाए थे. इससे मामला केंद्र सरकार के लिए एमजे अकबर से इस्तीफा लेने का दबाव बढ़ गया था. रविवार को विदेश से लौटने के बाद उन्होंने तत्काल इस्तीफा देने से इंकार करते हुए उन्होंने प्रिया रवानी के खिलाफ मामला दायर किया था, जिसके बाद बुधवार को आखिरकार उन्होंने इस्तीफा दे दिया.
सूत्रों की मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कहने पर एमजे अकबर ने इस्तीफा दिया है. चुनाव के मद्देनजर ये कार्रवाई की गई है. कहीं न कहीं विपक्ष के तरफ से भी लगातार हमला बोला जा रहा था कि जो सरकार बेटी बचाओं बेटी बढ़ाओं के नारे दे रही उन्हीं के नेता ऐसा काम कर रहे है.
https://twitter.com/priyaramani/status/1052524253621440512
एमजे अकबर के इस्तीफे के बाद प्रिया रमानी ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए कहा कि अखबर के इस्तीफे से हमारे आरोप सही साबित हुए है. कोर्ट से हमें न्याय की उम्मीद है.
ये कहा रमानी ने- ‘महिलाओं के रूप में हम एमजे अकबर इस्तीफे से सही महसूस करते हैं। मैं उस दिन की प्रतीक्षा करता हूं जब मुझे अदालत में न्याय मिलेगा’.
इसे भी पढ़ें- #MeToo के लपेटे में आए केंद्रीय मंत्री, लगे यौन शोषण के आरोप, भाजपा पर चौतरफा हमला