आशुतोष तिवारी, जगदलपुर। नगर पालिक निगम जगदलपुर के सभापति के खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर 11 मार्च को मतदान होगा. सभापति की कुर्सी बचाने के लिए लेकर कांग्रेस ने पूर्व विधायक रेखचंद जैन और नगर निगम रायपुर के सभापति प्रमोद दुबे को पर्यवेक्षक बनाया है. वहीं आज दोनों पर्यवेक्षकों ने कांग्रेस भवन में प्रेसवार्ता लिया. इस दौरान कहा कि जनता की चुनी हुई सरकार को प्रदेश में बैठी भाजपा सरकार और अधिकारियों द्वारा गिराने की कोशिश की जा रही है. जबकि नियम के मुताबिक जो जिला कलेक्टर ने पत्र जारी किया है वह साजिश की तरह जारी किया गया है.

बस्तर कलेक्टर और निगम आयुक्त पर ऊपर से दबाव डाला जा रहा है. इस मामले में सभापति ने आयुक्त से तिथि बदलने की मांग भी रखी गई थी. लेकिन प्रशासनिक अधिकारियों ने अनसुना कर दिया जो कि गलत हैं. उन्होंने कहा कि 11 मार्च को पेश होने वाले बजट और अविश्वास प्रस्ताव का कांग्रेस डट कर सामना करेंगी. भाजपा चुनी हुई सरकार को गिराने में लगी हुई हैं. प्रमोद दुबे ने आरोप लगाते हुए कहा कि जिला कलेक्टर और आयुक्त भजापा का एजेंट बनकर काम कर रहे है. जनता सब देख रही हैं मामंले को लेकर कांग्रेस संगठन कोर्ट भी जा सकती हैं. जबकि निगम की सभापति ने पत्र जारी कर अधिक्कारियो को सूचना भी दी थी. लेकिन प्रशासनिक तानाशाही के चलते उनके पत्र का जवाब भी देना उचित नहीं समझा हैं. कांग्रेस के पास 29 पार्षदों को जनता ने चुन कर भेजा हैं और भाजपा के पास 19 पार्षद जो कल दिख जाएग और भाजपा का लाया जा रहा अविश्वास प्रस्ताव मुंह के बल गिर जाएगा. वहीं इस मामले पर निगम नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे ने कहा कि निगम में अधिक पार्षद होने के बावजूद कांग्रेस की निगम सरकार डर रही है. डेट आगे बढ़ने सभी पार्षदों को स्पीड पोस्ट के माध्यम से लेटर भेज रही है.