रायपुर. कांकेर विधायक शंकर ध्रुर्वा ने टिकट कटने पर प्रदेश कांग्रेस पर जमकर नाराजगी जताई है. शंकर ध्रुवा ने कहा कि कांग्रेस के बड़े नेता शिशुपाल सोरी को टिकट देने का मन पहले से बना लिये थे, इसलिए उनको टिकट दिया गया. उन्होंने आरोप लगाया कि शिशुपाल सोरी जब आदिवासी प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष थे, तब अजीत जोगी के खिलाफ बयान दिया था इसलिए उसको उपकृत करने के लिए टिकट दिया गया है. उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस से बात नहीं बनी तो मैं सीधे राहुल गांधी से बता करुंगा. 22 तारीख को राहुल गांधी रायपुर आ रहे हैं, उनसे मिलकर कहूंगा कि आपके टिकट वितरण के मॉडल को तहस नहस कर दिया है.
टिकट कटने पर लल्लूराम डॉट काम से बात करते हुए शंकर ध्रुवा ने कहा कि 8 में से 7 विधायक को टिकट दिया गया है, सिर्फ मेरा टिकट काट दिया गया. जबकि नये विधायकों में मेरा काम सबसे बढिया था. उन्होंने आगे कहा कि कांकेर विधानसभा में लगातार 15 साल से भाजपा जीतती रही थी, फिर इसके बाद 2013 में मुझे उम्मीदवार बनाया गया. पहली बार मैं लोगों के आशीर्वाद से भाजपा के गढ़ में जीतकर आया, पर मुझे समझ में नहीं आया कि मेरा टिकट क्यों काटा गया?
विधानसभा और प्रदेश के जनहित के मुद्दे को प्रमुखता से उठाया. और इस क्षेत्र में विपक्ष के विधायक रहते मैंने आम लोगों की समस्या को दूर करने का प्रयास किया. लोगों में मेरे प्रति किसी प्रकार की नाराजगी नहीं है. फिर उसके बाद भी बस्तर से 8 में से 7 विधायकों को टिकट दिया गया, सिर्फ मेरा ही टिकट काटा गया है. मुझे बहुत दुख है कि क्योंकि मेरा टिकट काटा गया है. मुझे आशा थी कि मेरा टिकट पक्का है. बूथ के जो कार्यकर्ता बोले थे उस हिसाब से मुझे टिकट मिलना था. पर्यवेक्षक जब आए थे तो शिशुपाल सोरी का रैंक 5वें नंबर पर थे. इसीलिए कांग्रेस की ओर से नामांकन फार्म भी लिया. दुर्भाग्य है कि मेरा टिकट काट दिया गया.
आगे के कदम के रणनीति पर पूछने पर शंकर ध्रुर्वा ने कहा कि अब देखिये नामांकन डालने के लिए अभी तीन दिन और बाकी है. मेरे कार्यकर्ता और समर्थक जैसे सलाह देंगे उस हिसाब मैं कार्य करूंगा. निर्दलीय चुनाव लड़ने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि मैं निर्दलीय लड़ सकता हूं. लेकिन मेरे समर्थक और कार्यकर्ता से सलाह लेकर ही कोई काम करूंगा.
आपको बता दें कि गुरुवार कांग्रेस ने पहले चरण के 12 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. कांग्रेस ने बस्तर के अपने 8 मौजदा विधायकों में से 7 को टिकट दिया है. कांग्रेस ने कांकेर विधायक शंकर ध्रुर्वा का टिकट काट दिया है.
कौन हैं शिशुपाल सोरी
शिशुपाल सोरी ने 2013 में आईएएस पद से इस्तीफा देकर दावेदारी की थी, लेकिन ऐन वक्त पर शंकर ध्रुर्वा को टिकट दे दी गई.शंकर ध्रुवा ने भाजपा ने संजय कोड़ेपी को 4625 वोट से हराया था. 2013 में शिशुपाल सोरी की टिकट कटने के बाद उसे प्रदेश आदिवासी कांग्रेस का अध्यक्ष बनाया गया था. उस समय जोगी के खिलाफ बयान दिया था.