गर्मी का मौसम शुरू होते ही अपना ख्याल रखना जरुरी हो जाता है, क्योंकि इस समय डिहाइड्रेशन की बहुत अधिक समस्या आती है. इस मौसम में ऐसे कई फ़ूड होते हैं जिन्हे समय से छोड़ देना ही उचित होता है. जी हाँ! आयुर्वेद के अनुसार कुछ आहार को छोड़ने की सलाह दी गयी है. उसमे एक है गुड़. आइये जानते हैं इसके बारे में. हर मौसम का एक स्वस्थ्य डाइट होता है, जो आपके इम्युनिटी को मजबूत करने में मदद करता है. इसलिए मौसम बदलते ही सबसे पहले डाइट बदल लें. गर्मी के मौसम में तरबूज, खीरा, ककड़ी जैसे पानी वाली फल और सब्जियों का उपयोग शुरू कर देना चाहिए, और जो आपके शरीर के तासीर और गर्मी को बढ़ाये उन्हें छोड़ देना चाहिए. आइए जानते हैं कि क्यों गर्मी में गुड़ खाना छोड़ देना चाहिए.

बढ़ सकती है Body में गर्मी

आयुर्वेद के अनुसार गुड़ को ठण्ड में खाना चाहिए क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है और यह शरीर को गर्म रखने में मदद करती है. गर्मियों में यदि आप गुड़ का सेवन करते हैं तो डॉ. से परामर्श अवश्य ले लें. गर्मी में गुड़ खाने से यह आपकी गर्मी बढ़ा देता है, जिससे आपके नाक से खून आ सकता है, पाचन की समस्या हो सकती है. शरीर में सूजन या फिर पेट में जलन हो सकता है. Read More – Avneet Kaur ने सोशल मीडिया पर फ्लॉन्ट किया अपना Tattoo, फैंस हुए लट्टू …

गठिया रोगी करें परहेज

इसीलिए गर्मियों में गठिया पीड़ितों को गुड़ से परहेज रखना जरूरी है. वहीं गुड़ में अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट पाया जाता है. ऐसे में मोटापे की समस्या से ग्रसित लोगों को इसके सेवन से दूर रहने की सलाह है. खासकर तुरंत के बने ताजे गुड़ को खाने से कब्ज, अपच और गैस जैसी परेशानियां हो सकती हैं. कुछ सामान्य समस्या जोकि गुड़ की वजह से हो सकता है.

वजन बढ़ता है

गुड़ में कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी की मात्रा भरपूर होती है जो कि आपको मोटापे की समस्या से ग्रसित करता है. बढ़ता वजन कई स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर आता है.

शुगर लेवल बढ़ता है

शरीर मे ब्लड शुगर लेवल की मात्रा बढ़ सकती है. डायबिटीज के मरीजों के लिए गुड़ का सेवन नुकसानदेह हो सकता है, क्योंकि गुड में ग्लाइसेमिक होता है जोकि शरीर में ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ाता है. Read More – Abhishek Bachchan और Aishwarya Rai का डांस वीडियो आया सामने, ‘गल्लां गूड़ियां’ गाने में एक साथ झूमते आए नजर …

जलन और सूजन

गुड़ में सुक्रोज की मात्रा अधिक होती है, जो शरीर में ओमेगा 3 फैटी एसिड के बनने की क्षमता को प्रभावित करता है. इसकी वजह से आपको शरीर में जलन और सूजन हो सकता है. यही कारण है कि गठिया मरीजों को गुड़ के सेवन नहीं करने दिया जाता.

डाइजेशन समस्याएं

आयुर्वेद के अनुसार अधिक गुड़ खाने से कब्ज, अपच और गैस जैसी समस्याएं हो सकती है. साथ ही यह पेट में संक्रमण का कारक भी बनता है. संक्रम के प्रभाव से आपको उल्टी, चक्कर, खांसी, खुजली सिर दर्द जैसी समस्याएं हो सकती है.