लुधियाना। लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का एलान हो गया है. इधर भारतीय जनता पार्टी की ओर से हरियाणा में दुष्यंत चौटाला की पार्टी से गठबंधन तोड़ने के बाद पंजाब में भाजपा-अकाली दल के बीच प्रस्तावित गठबंधन को लेकर अनिश्चितता बढ़ गई है. इसके मद्देनजर अकाली दल की ओर से अंदरखाते में अपनी तैयारियां शुरू कर दी गई है. चर्चा है कि भाजपा नेता अकाली दल के साथ समझौता करने को तैयार नहीं.

भाजपा अपनी 3 परंपरागत अमृतसर, गुरदासपुर और होशियारपुर के अलावा लुधियाना, पटियाला, फतेहगढ़ और फिरोजपुर की सीटों की मांग कर रही है, जबकि अकाली दल के नेता भाजपा के साथ 8:5 अनुपात के साथ समझौता करने के लिए तैयार है, लेकिन भाजपा इसके लिए तैयार नहीं. भाजपा का मानना है कि राम मंदिर निर्माण के कारण पार्टी की शहरी और अर्ध शहरी क्षेत्रों में स्थिति अच्छी है. अकाली दल को 7 सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करने चाहिए, जबकि भाजपा 6 सीटों और चंडीगढ़ सीट पर उम्मीदवार खड़े करें.

भाजपा नेताओं का कहना है कि जल्दबाजी में अकाली दल से समझौता नहीं करना चाहिए. इस समय गठबंधन की भाजपा को कम अकाली दल को अधिक जरूरत है. दूसरी ओर गठबंधन को लेकर बढ़ी अनिश्चितता के कारण अकाली दल ने अंदरखाते चुनाव की तैयारियां शुरू कर दी है और चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं को वोटरों से राबता कायम करने की हिदायतें दे दी है. चर्चा है कि यदि अकाली दल और भाजपा में गठबंधन हो जाता है तो अकाली दल लुधियाना सीट पर अपनी दावेदारी करेगा. इस सीट को लेकर दोनों पार्टियों में पेंच फंसा हुआ है और अनिश्चितता बनी हुई है.