मेदांता अस्पताल के चेयरमैन डॉक्टर नरेश त्रेहान का डीपफेक वीडियो बनााए जाने का मामला उजागर हुआ है. मेदांता अस्पताल की तरफ से इस संबंध में शिकायत दर्ज करवाई गई है.  अस्पताल की मार्केटिंग टीम की शिकायत पर साइबर ईस्ट थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. पुलिस को शिकायत में बताया कि डॉ. त्रेहन का फर्जी वीडियो इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा है.

DCP (साइबर क्राइम) सिद्धांत जैन ने कहा कि साइबर ईस्ट पुलिस स्टेशन में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 419 (धोखाधड़ी के लिए प्रतिरूपण) और 420 (धोखाधड़ी) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है. 

मेदांता हेल्थ केयर के असिस्टेंट वाइस-प्रेसिडेंट (मार्केटिंग) की तरफ से दर्ज शिकायत में कहा गया है कि यह मामला गंभीर चिंता का विषय है . उन्होंने कहा, ‘सोशल मीडिया पर एक फर्जी वीडियो शेयर किया जा रहा है जो भी एक मेडिकल ट्रीटमेंट के बारे में गलत जानकारियां देता है. डीपफेक के इस वीडियो में नरेश त्रेहान नजर आ रहे हैं जो इस उपचार के संबंध में प्रचार कर रहे हैं. इससे अस्पताल और डॉ त्रेहान की छवि खराब हो रही है. 

डॉक्टर त्रेहान को लेकर बनाए गए इस डीपफेक वीडियो के बारे में DCP ने कहा, ‘शुरुआती जांच में यह पता चल रहा है कि इस वीडियो में डॉक्टर और एक न्यूज एंकर की फर्जी वॉयस रिकॉर्डिंग दिखाई गई है. डीपफेक वीडियो में जो दिखाया है उसे दवा लेने की सलाह डॉक्टर नहीं देते हैं. जांच के बाद ही हम कह पाएंगे कि इस वीडियो को बनाने में किस तरह की तकनीक का इस्तेमाल किया गया है. केस हमने दर्ज किया है और मामले की जांच शुरू कर दी है. आरोपी को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम बनाई गई है. हमें कुछ लीड भी मिली है.

क्या है डीपफेक?

‘डीपफेक’ एक टेक्नोलॉजी है जो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करती है और डॉक्टर का फेक तस्वीर और वीडियो बनाकर ऐसी एक्टिविटी करने की कोशिश करती है तो कभी हुई ही नहीं, यानी किसी भी वीडियो में आपकी तस्वीर लगा दी जाएगी और लोगों को लगेगा कि ये बात आपके द्वारा कही गई है. किसी भी इंसान का रेप्यूटेशन इससे डैमेज किया जा सकता है.