नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फॉर्मेशन (NCBI) की रिपोर्ट के अनुसार सत्यानाशी प्लांट में तमाम मेडिसिनल प्रॉपर्टी होती हैं. इस पौधे का इस्तेमाल संक्रामक रोगों, मेटाबॉलिक डिसऑर्डर और कैंसर के इलाज के लिए किया जाता रहा है.
यह पौधा आमतौर पर महाराष्ट्र के मराठवाड़ा की उजाड़ भूमि पर पाया जाता है. इसका उपयोग ओरल कैविटी इंफेक्शन में भी किया जाता है. इस पौधे के तने और पत्तियों से ठंडा जलीय और मेथनॉलिक अर्क तैयार किया जाता है. रिसर्च में पता चला है कि इस पौधे के तले और पत्तियों के अर्क में बेहद पावरफुल एंटीफंगल और एंटीकैंसर गुण होते हैं.
आयुर्वेद चिकित्सा प्रणाली में 2000 साल पहले से सत्यानाशी का पौधा उपचार के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है. कई आयुर्वेद चिकित्सकों का दावा है कि कैंसर और एचआईवी एड्स से बचाने में भी यह पौधा असरदार साबित हो सकता है.कई स्टडी में यह भी पाया गया कि सत्यानाशी प्लांट की पत्तियों में एंटी-कैंसर गुण होते हैं. हालांकि इस पौधे का सेवन अपनी मर्जी से नहीं करना चाहिए और आयुर्वेदिक डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसका इस्तेमाल करना चाहिए.
सत्यानाशी के पौधे के 5 कमाल के फायदे
आयुर्वेद में सत्यानाशी प्लांट के पौधे का इस्तेमाल स्किन संबंधी कई बीमारियों को खत्म करने के लिए भी किया जाता है.
- – जानकारों की मानें तो सत्यानाशी प्लांट से घाव को जल्दी भरने में मदद मिलती है और इससे सूजन तेजी से कम हो सकती है.
- – कई लोग अस्थमा की समस्या से निजात पाने के लिए भी सत्यानाशी के पौधे का इस्तेमाल करते हैं. यह बुखार में भी कारगर है.
- – इस औषधीय पौधे के तने और पत्तियों के अर्क का उपयोग दांतों की कैविटी से छुटकारा दिलाने में किया जा सकता है.
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 8 जुलाई को करेंगी भुवनेश्वर के डिवाइन रिट्रीट सेंटर का उद्घाटन
- Rahul Gandhi in Hathras: राहुल गांधी के गले मिलकर रो पड़े पीड़ितों के परिजन, कहा- सिस्टम में कमियां रही, अधिक मुआवजा मिलना चाहिए
- बड़ी खबरः केजरीवाल की बेल पर रोक मामले में अबतक का सबसे बड़ा खुलासा, जानकर आपके भी उड़ जाएंगे होश- Arvind Kejriwal bail
- CM डॉ मोहन ने पुलिस को दी बधाईः बोले- आतंकी संगठन देश के लिए खतरा, हर चुनौती से निपटने पुलिस सक्षम
- संबलपुर पुलिस ने किया नकली संस्था रेड एक्शन विंग का खुलासा, 2 गिरफ्तार