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आशुतोष तिवारी, जगदलपुर. लोकसभा चुनाव से ठीक पहले छत्तीसगढ़ सहित नक्सल प्रभावित राज्य संयुक्त रूप से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों पर मॉनिटरिंग कर रहे हैं और इसका असर भी दिखाई देने लगा है. महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ की सीमा पर 36 लाख रुपए के 4 इनामी नक्सली मारे जा चुके हैं.
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बता दें कि ये सभी तेलंगाना स्टेट कमेटी के नक्सली थे और छत्तीसगढ़ एवं महाराष्ट्र के अलग-अलग क्षेत्रों पर लोकसभा चुनाव के दौरान उत्पाद मचाने रणनीति बना रहे थे. दंतेवाड़ा में मुठभेड़ में 1 महिला और 1 पुरुष नक्सली मारा गए हैं. दंतेवाड़ा और बीजापुर जिले के सीमावर्ती क्षेत्र पुरंगेल में पुलिस का सर्च अभियान लगातार नक्सली प्रभावित क्षेत्रों में जारी है.
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पहले चरण में छत्तीसगढ़ में बस्तर में मतदान होगा और यह मतदान पूरी तरह शांतिपूर्ण हो इसके लिए रणनीति के तहत पुलिस अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सीमाओं पर नजर बनाए हुए हैं और इंटेलिजेंस सजक हो रही है. इसके आधार पर माओवादी उन्मूलन के लिए अलग-अलग राज्यों में तैयार किए गए स्पेशल फोर्स एवं पैरामिलिट्री फोर्स के संयुक्त ऑपरेशन लगातार जारी हैं. साथ ही चुनावी प्रचार में जाने वाले नेताओं के लिए एरिया डोमिनेशन की तैयारी भी बस्तर पुलिस कर रही है. लोकतंत्र के विरोधी नक्सली अमूमन चुनाव को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं. यही वजह है कि इन दिनों नक्सलियों का उत्पात चरम पर चल रहा है. हालांकि, फ़ोर्स की मूवमेंट अधिक होने की वजह से नक्सलियों को भारी नुकसान उठानी पड़ रही है.
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