रायपुर. आज वो जमाना लद गया जब रानी के गर्भ से राजा पैदा होता था. आज जनता पैदा करती है. राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस एक अदद विपक्ष के लिए भी तरस रही है. यह बात राज्य सरकार के मंत्री अजय चंद्राकर ने कही.

अजय चंद्राकर ने भाजपा कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा में राहुल गांधी की रायपुर में हो रही किसान रैली पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस की यह रैली चुनावी रैली है. इसकी आड़ में चेहरा छिपाने की कोशिश है. राहुल को तो हल के भी बारे में नहीं जानते. राहुल गांधी सीडी कांड जैसे ज्वलंत मुद्दों पर बात करें.

किसानों के लिए कांग्रेस ने कुछ नहीं किया

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की रैली को किसान रैली का नाम दिया. इस कार्यक्रम को उस पार्टी ने आयोजित किया है, जिस पार्टी ने अविभाजित मध्यप्रदेश से लेकर छत्तीसगढ़ बनने के बाद तक किसानों के लिए कुछ नहीं किया. पटवा सरकार में पहली बार किसानों की कर्ज माफी हुई.

कांग्रेस ने किया किसानों का अपमान

चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की है. राहुल गांधी को हाल ही में हल भेंट किया गया तो उन्होंने पूछा कि ये क्या है? किसानों ने अपने हक को लेकर कांग्रेस सरकार में आवाज उठाई तो लाठीचार्ज हुआ. किसानों को अपमान के अलावा कांग्रेस सरकार ने कुछ नहीं दिया.

रमन सरकार में हुई सिंचाई रकबे में बढ़ोतरी

चंद्राकर ने कहा कि रमन सरकार में सिंचाई रकबे में वृद्धि हुई. 300 से ज्यादा एनीकट बनाए गए. धान खरीदी आज हम जितना कर रहे है उससे किसानों को बड़ी मदद मिल रही है. शून्य ब्याज पर कृषि ऋण दे रहे हैं. कांग्रेस सरकार में बमुश्किल 200 करोड़ ऋण लेता था. 2022 तक हम सभी स्तर पर किसानों की आय दोगुनी करने की दिशा में काम कर रहे हैं.

किसानों के लिए 13 हजार करोड़ खर्च कर रहे

2070 रुपये तक समर्थन मूल्य दे रहे है. हमने 2100 रुपये का वादा किया था, लगभग हम वहां तक पहुंच चुके हैं. किसानों के लिए 13000 करोड़ रुपए की राशि खर्च कर रहे है. आज वो पार्टी किसानों से बात कर रही है जिसे खेती के बारे में कुछ नहीं पता. कांग्रेस केवल ऋण माफी के मुद्दे पर अपनी बात कहती है लेकिन छत्तीसगढ़ के किसानों को इसका लाभ नहीं मिला.

क्या है किसानों की आत्महत्या के आंकड़ों का स्त्रोत

15 हजार किसानों के आत्महत्या किए जाने के कांग्रेस के आरोप पर चंद्राकर ने कहा कि कांग्रेस के इस आकंड़े का सोर्स क्या है. बीमारी से मौत होने वाले किसानों के घर जाकर मुआवजा देने की घोषणा करने वाली ये पार्टी को आज भी परिवार ढूंढ रहा है. अजय चंद्राकर ने कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया में राहुल असफल साबित हुए हैं.