Loksabha Election: लोकसभा आम चुनाव-2024 में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन पर कड़ी निगरानी रखने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा बनाए ‘सी-विजिल‘ एप शिकायतों के समाधान का बेहतरीन जरिया बनता जा रहा है। एप के माध्यम से प्राप्त शिकायतों पर रिकॉर्ड समय में कार्रवाई हो रही है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी प्रवीण गुप्ता ने बताया कि आदर्श आचार संहिता लागू होने से अब तक यानि पिछले 7 दिन में प्रदेशभर में 1515 शिकायतें दर्ज की गयी है। इनमें से 546 शिकायतों का तय समय में निस्तारण कर दिया गया।
निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में आदर्श आचार संहिता के लागू होने के बाद प्रतिदिन 200 से ज्यादा शिकायतें मिल रही है। पिछले 7 दिन में प्राप्त 1515 शिकायतों में से 546 शिकायतों का रिटर्निंग ऑफिसर्स ने सही पाया और उनका तय समय सीमा में निस्तारण किया गया। 6 शिकायतें अभी जांच दलों और रिटर्निंग ऑफिसर्स के द्वारा निर्णय के लिए लंबित हैं। 789 शिकायतें डीसीसी द्वारा ड्रॉप कर दी गयी।
टोंक जिले में सबसे ज्यादा शिकायतें
उन्होंने कहा कि सी विजिल पर आदर्श आचार संहिता की सबसे ज्यादा 241 शिकायतें टोंक जिले से प्राप्त हुईं। इनमें से 218 शिकायतें सही पायी गयी और इन सभी शिकायतों का तय समय में निस्तारण कर दिया गया। इस एप के माध्यम से अधिकतम सौ मिनट की समय सीमा में प्राप्त शिकायतों का समाधान किया जाता है। शिकायतों के निस्तारण के लिए टोंक जिले ने औसत 7 मिनट 12 सैंकड़ का समय लिया। इसी तरह चुरू जिले में 6 मिनट 16 सैंकड़ जबकि हनुमानगढ़ जिले में सबसे कम 2 मिनट 27 सैंकड़ की औसत से 6 शिकायतों का समाधान किया।
अवैध पोस्टर बैनर की शिकायतें सबसे ज्यादा
निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि अवैध पोस्टर- बैनर की सबसे ज्यादा 642 शिकायतें दर्ज की गयी है, इनमें 459 शिकायतें सही पायी जिन पर तुरंत कार्रवाई कर दी गयी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि अब तक आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की शिकायतों पर पर्याप्त सबूतों के अभाव में कड़ी कार्रवाई से बच जाते थे। शिकायत के सत्यापन में तस्वीर या वीडियो के रूप में दस्तावेजी साक्ष्य की कमी भी बाधा थी। नया एप इन सभी खाइयों को पाटने का काम कर रहा है।
कैसे काम करता है सी-विजिल
‘सी-विजिल‘ किसी भी व्यक्ति को आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की रिपोर्ट करने की अनुमति देता है। आमजन इस एप का इस्तेमाल करके कदाचार की घटना की जानकारी भेज सकता है। सौ मिनट की समय सीमा में अधिकारीगण समस्या का निस्तारण करेंगे। इस एप की सबसे खास बात यह है कि शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाने का भी विकल्प है। कोई भी व्यक्ति एन्ड्रॉयड आधारित ‘सी-विजिल’ एप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकता है।
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