रायपुर- बीजेपी के विश्वसनीय सूत्रों के हवाले से आ रही खबरों पर यकीन करें, तो बीजेपी कई विधानसभा सीटों पर अपने घोषित उम्मीदवार बदल सकती है. संगठन के आला नेताओं के बीच इस बात को लेकर प्रबल चर्चा चल रही है कि टिकट वितरण के बाद बने सियासी हालातों के मद्देनजर कुछ सीटों पर प्रत्याशी बदले जा सकते हैं. बताते हैं कि तीन ऐसी सीटें हैं, जहां प्रत्याशी बदलने की चर्चा है.
बीजेपी की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद राज्य की 90 विधानसभा में से 78 सीटों पर पार्टी ने अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान किया था. प्रत्याशी चुने जाने के पीछे बीजेपी संगठन की दलील थी कि सर्वे रिपोर्ट के आधार पर चयन किया गया है. हालांकि बीजेपी की यह सूची प्रदेश संगठन के नेताओं को अप्रत्याशित भी लगी. प्रदेश के कई बड़े नेताओं ने लल्लूराम डाॅट काम से बातचीत में कहा कि पिटे हुए चेहरे पर पार्टी बड़ा दांव खेल रही है. ऐसे में मिशन 65 का लक्ष्य कैसे पूरा होगा? नेताओं ने यह भी कहा कि पिछले चुनाव में बड़े अंतर से हारने वाले चेहरों को दोबारा मौका देना बेहतर निर्णय नहीं माना जा सकता. इस बीच कुछेक नेताओं की दलील यह भी रही कि आलाकमान ने अपने सर्वे को तरजीह दी है. ऐसे में यह उनका सियासी समीकरण हो सकता है कि इन चेहरों के बूते ही बीजेपी अपनी चुनावी नैय्या पार करेगी.
इधर टिकट घोषित होने के बाद कई सीटों पर मजबूत दावेदार रहने वाले नेताओं के खेमे से तीखा विरोध शुरू हो गया है. रायगढ़, अभनपुर, पाटन, धमतरी, साजा, अंबिकापुर, दुर्ग ग्रामीण, बिंद्रा नवागढ़, दंतेवाड़ा, खुज्जी, मस्तुरी, बेलतरा, सामरी जैसी कई सीटों में घोषित प्रत्याशियों के नाम को लेकर जमकर विरोध दर्ज कराया गया है. अभनपुर, पाटन, धमतरी, साजा से सैकड़ों की तादात में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने संगठन द्वारा उतारे जा रहे प्रत्याशियों का विरोध करते हुए रायपुर स्थित कार्यालय में जमकर प्रदर्शन भी किया है.
इधर प्रत्याशियों के नाम का ऐलान होने के बाद संगठन के आला नेताओं में एक बार फिर रायशुमारी की गई है. इस रायशुमारी में यह बात निकलकर सामने आ रही है कि दुर्ग संभाग की एक, बिलासपुर संभाग की एक और रायपुर संभाग की एक सीटों के प्रत्याशी बदल दिए जाए. हालांकि यह निर्णय आलाकमान को लेना है. लेकिन चर्चाओं को बल मिल रहा है.