रायपुर- भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव और राज्यसभा सांसद सरोज पाण्डेय ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की किसानों के प्रति हमदर्दी को खोखली राजनीतिक नौटंकी बताया है. उन्होंने कहा है कि अपनी तमाम सियासी नौटंकियों के बावजूद कांग्रेस के नेता किसानों का विश्वास नहीं जीत पाएंगे. छत्तीसगढ़ से चुनावी शंखनाद कर रहे राहुल गांधी किसानों, युवाओं, महिलाओं आदिवासियों आदि के उत्थान की बातें कर रहे हैं, लेकिन जब उनकी पार्टी सत्ता में थी, तब उन्हें उनकी चिंता क्यों नहीं हुई?
सरोज पाण्डेय ने राहुल पर सवालों की झड़ी लगाकर कहा है कि यूपीए के शासन काल में कर्ज माफी घोटाला 52 हजार करोड़ का था. कैग ने उस पर सवाल उठाये थे. उन्होंने पूछा कि किसानों के कर्ज के नाम पर किये गए इतने बड़े घोटाले पर राहुल गांधी का क्या कहना है? भाजपा नेत्री ने पूछा है कि क्या राहुल को पता है कि छत्तीसगढ़ के किसानों को उनकी सरकार ने किस हालत में रख छोड़ा था? क्या वे जानते हैं कि प्रदेश के धान उत्पादक किसानों का धान भिगो-भिगो कर खरीदते थे. उपज का उनको मूल्य नहीं मिलता था. भुगतान के लिए किसान महीनों चक्कर लगाते थे. कांग्रेस शासन में छत्तीसगढ़ में किसानों पर लगातार किये अत्याचार, आदिवासी इलाकों में कीमती वन्य उपज के बराबर नमक देने वाले शोषकों शासकों को संरक्षण देने वाली कांग्रेस सरकार के कृत्यों पर क्या राहुल गांधी खेद जताएंगे? चार-चिरौंजी जैसे बहुमूल्य उपज कांग्रेस पोषित व्यापारी लूट लेते थे. क्या उस पर राहुल को अफसोस नहीं है.
पाण्डेय ने कहा है कि राहुल गांधी  ने रायपुर में एनजीओ की बैठक ली है पर प्रदेश के आदिवासी और सुदूर क्षेत्रों में सेवा कार्य में लगे राष्ट्रभक्त स्वयंसेवी संगठनों से उनकी क्या दुश्मनी है? उनसे हमेशा सौतेला व्यवहार किया गया है. कांग्रेस लगातार उनकी उपेक्षा क्यों करती रही है? क्या आज भी वहां वे ऐसे राष्ट्रभक्त एनजीओ से बात करेंगे? क्या उन्हें इसका जवाब नहीं देना चाहिए कि यूपीए शासन के दौरान छग में कुछ स्वयंसेवी संस्थाएं कैसे नक्सलवाद को बढ़ावा देती थी? उन्होंने यह भी जानना चाहा है कि क्या राजद्रोह के आरोपी विनायक सेन जैसे लोगों को योजना आयोग के एक कमेटी में सदस्य बनाए जाने के अपराध के लिए राहुल गांधी माफी मांगेंगे? एनएसए में संदिग्ध लोगों की नियुक्ति पर राहुल गांधी से सफाई देने की मांग करते हुए भाजपा नेत्री ने पूछा है कि ऐसे ही देशविरोधी कार्य में लगे एनजीओ को विदेशों से मिले हजारों करोड़ के फंड का किस तरह देश विरोधी गतिविधियों में इस्तेमाल किया जाता रहा है? क्या वे नक्सल प्रभावित छत्तीसगढ़ में कोई छिपे एजेंडे के साथ जा रहे हैं? उन्होंने यह भी जानना चाहा है कि कांग्रेस का फोर्ड फाउंडेशन और पीएफआई जैसे संगठनों से क्या संबंध है? बेटी बचाओ, बेटी पढाओ पर तंज कसते रहने वाले राहुल गांधी का ओमान चांडी, वेणुगोपाल और भूपेश बघेल के बारे में क्या कहना है? इन मामलों में लगाए गए आरोप बेहद गंभीर है.
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