बरनाला. संगरूर लोकसभा सीट पंजाब की सबसे हाट सीट मानी जा रही है, क्योंकि यह सीट मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का अपना क्षेत्र है. पहले वह इसी लोकसभा क्षेत्र से 2 बार सांसद रह चुके हैं. फिर वह धूरी विधानसभा चुनाव जीतकर पंजाब के मुख्यमंत्री बन गए. लोकसभा संगरूर की सीट से इस्तीफा देने के बाद यह सीट खाली हो गई. फिर इस सीट से उप चुनाव हुआ, पर उप चुनाव में हैरानी वाली नतीजे सामने आए.

संगरूर लोकसभा सीट में 3 जिले संगरूर, बरनाला, मालेरकोटला पड़ता है, जहां विधानसभा चुनावों में आप ने बड़ी जीत हासिल की थी. संगरूर लोकसभा क्षेत्र में पड़ने वाली 9 विधानसभा सीटों पर आप ने अपना परचम लहराया था. परंतु 3 माह बाद ही लोकसभा चुनाव हुए तो आप का यह गढ़ ध्वस्त हो गया.

इस सीट से सिमरनजीत सिंह मान सांसद चुने गए. परंतु इस बार आप पार्टी ने फिर से इस सीट को गंभीरता से लिया है और मंत्री मीत हेयर को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. मौजूदा सांसद सिमरनजीत सिंह मान का चुनाव लड़ना तय है. इसके अलावा कांग्रेस, अकाली दल और भाजपा के उम्मीदवार की घोषणा होनी बाकी है. अकाली दल और भाजपा का आपस में समझौता नहीं हुआ. इसके कारण इस सीट से पांच कोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा.

पहले उम्मीदवार घोषित करना आप को देगा लाभ !

आप पार्टी को अपना उम्मीदवार पहले घोषित करने का लाभ मिल सकता है. उनके उम्मीदवार मीत हेयर ने लोगों से संपर्क साधाना शुरू कर दिया है. इस सीट से 9 विधायक भी आप पार्टी के ही हैं. सबसे बडी बात मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान इसी लोकसभा क्षेत्र धूरी विधानसभा से चुनाव जीते हैं. वित्र मंत्री हरपाल सिंह चीमा भी दिड़बा से चुनाव जीते हैं.

कांग्रेस की ओर से सुखपाल सिंह खैहरा टिकट के मामले में आगे चल रहे हैं. इसके अलावा बरनाला जिला के कांग्रेस प्रधान कुलदीप सिंह काला ढिल्लों भी दौड़ में बने हुए हैं. अकाली दल की ओर से पहली पसंद परमिंदर सिंह ढींडसा की उम्मीदवारी की थी, परंतु अकाली दल भाजपा का समझौता न होने के कारण उनके चुनाव लड़ने में संदेह है. इस कारण इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री सुरजीत सिंह बरनाला के परिवार के सदस्य को भी अकाली दल अपना उम्मीदवार बना सकता है. इसके अलावा भाजपा की ओर से अरविंद खन्ना और केवल सिंह ढिल्लों टिकट की दौड़ में है. इस कारण इस सीट से 5 कोणीय सख्त मुकाबला देखने को मिलेगा.