जितना स्पीड घूमेगा पंखा, उतना आएगा बिजली का बिल..?
गर्मियों की शुरुआत हो चुकी है। इस मौसम में लोग पंखे या कूलर में रहना पसंद करते है।
गर्मियों की शुरुआत हो चुकी है। इस मौसम में लोग पंखे या कूलर में रहना पसंद करते है।
कुछ लोग कहते हैं कि पंखा जितना स्पीड घूमेगा उतना बिल आएगा या पंखे की स्पीड कम करने से बिजली कम लगती है।
कुछ लोग कहते हैं कि पंखा जितना स्पीड घूमेगा उतना बिल आएगा या पंखे की स्पीड कम करने से बिजली कम लगती है।
ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। पंखे की स्पीड कम या ज्यादा होने से बिजली पर कोई असर नहीं पड़ता है।
ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। पंखे की स्पीड कम या ज्यादा होने से बिजली पर कोई असर नहीं पड़ता है।
पंखों को इलेक्ट्रॉनिक रेगुलेटर से कम और ज्यादा किया जाता है।
पंखों को इलेक्ट्रॉनिक रेगुलेटर से कम और ज्यादा किया जाता है।
इन रेगुलेटरों में उतनी ही बिजली जाती है, जितनी पंखे को चाहिए होती है।
इन रेगुलेटरों में उतनी ही बिजली जाती है, जितनी पंखे को चाहिए होती है।
ये रेगुलेटर सिर्फ पंखे की गति (Speed) को कम ज्यादा करते हैं।
ये रेगुलेटर सिर्फ पंखे की गति (Speed) को कम ज्यादा करते हैं।
बिजली कम या ज्यादा खर्च होने से इसका कोई कनेक्शन नहीं है।
बिजली कम या ज्यादा खर्च होने से इसका कोई कनेक्शन नहीं है।