मध्य प्रदेश के खंडवा के ओंकारेश्वर बांध के बैकवाटर में निर्माणाधीन एशिया के सबसे बड़े पानी पर तैरते सोलर पावर प्लांट की बिजली लाइन ट्रायल पूरा हो गया है.
यहां 100 मेगावाट क्षमता का पहला ट्रांसफार्मर चार्ज होने के बाद काम करने लगा है. इससे केलवाखुर्द के पास बैकवाटर में स्थित एम्प कंपनी के पावर प्लांट तक सप्लाई पहुंच गई है.
एम्प के प्लांट में अन्य उपकरणों की टेस्टिंग की प्रक्रिया पूरी होने पर पहले चरण में संभवत दो-तीन दिन में 50 मेगावाट बिजली का उत्पादन शुरू हो जाएगा.
यहां से खंडवा जिले के छैगांवमाखन ग्रिड तक बिजली पहुंचाई जाएगी. जहां से MPPMCL के माध्यम से प्रदेश के जिन स्थानों पर जरुरत होगी वहां इस प्लांट से बनने वाली बिजली दी जाएगी.
बताया जा रहा की पहले ट्रांसफार्मर का ट्रायल हो चुका है. दूसरे ट्रांसफार्मर की टेस्टिंग भी पूर्ण कर ली है, इससे आने वाले दिनों में चार्ज किया जाएगा.
तीसरे ट्रांसफार्मर को भी स्थापित किया जा रहा है. इस माह के अंत तक यह काम भी पूरा कर लिया जाएगा. प्रदेश को सोलर पावर से बिजली मिलना शुरू हो जाएंगी.
अपर कलेक्टर काशीराम बडोले ने बताया कि, एशिया का सबसे बड़ा पानी पर तैरता सोलर पावर प्लांट की टेस्टिंग चल रही है और कुल मिलाकर 100 मेगावाट बिजली उत्पादन का उद्देश्य है.