कपूरथला. जिला पुलिस ने बिहार से अवैध हथियार और हैरोइन लाकर पंजाब में सप्लाई करने वाले एक अंतर्राज्यीय गिरोह के 4 सदस्यों को काबू किया है. इनसे 32 बोर के 6 पिस्टल, एक देसी कट्टा और 300 ग्राम हैरोइन बरामद हुई है.

एसएसपी वत्सला गुप्ता ने बताया कि काबू किए गए गिरोह का मुख्य आरोपी बिहार से 20-25 हजार में पिस्तौल खरीदकर पंजाब में लगभग दोगुने दाम में आपराधिक तत्वों को बेचता है. उक्त आरोपियों पर पहले भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं.

एसएसपी ने बताया कि मुख्य सरगना बिहार में बैंक डकैती के केस में पुलिस को वांटेड है. पकड़े गए चारों अपराधी पेशेवर अपराधी हैं और जेल से जमानत पर बाहर आए हुए हैं. एसएसपी गुप्ता ने बताया कि एसपी डी सरबजीत राय तथा सीआईए स्टाफ की टीम को इनपुट मिला कि एक पेशेवर अपराधी जिले में नाजायज हथियार सप्लाई करने आ रहा है.

एसएसपी ने बताया कि सीआईए के एएसआई सतपाल सिंह गश्त कर रहे थे कि कांजली रोड के नजदीक गुरु नानक पार्क के पास उन्हें एक युवक आता दिखाई दिया, जोकि पुलिस की गाड़ी देखकर कांजली के जंगल की तरफ भाग गया. इस पर पुलिस टीम ने पीछा करके उसे पकड़ लिया. जब उसके बैग की तलाशी ली तो उसमें चार लोडेड पिस्टल 32 बोर और 300 ग्राम हैरोइन बरामद हुई. पूछताछ में उसने अपना नाम नीरज कुमार उर्फ धीरज कुमार उर्फ धीरज यादव (मुजफ्फरनगर/बिहार) बताया. पूछताछ में आरोपी ने माना कि उस पर बिहार में बैंक डकैती, आर्म्स एक्ट और थाना साहनेवाल लुधियाना में 288 किलो गांजा का केस दर्ज है. एसएसपी ने बताया कि नीरज पेशेवर अपराधी है.

नीरज ने पुलिस को बताया कि 15 दिन पहले उसने 3 पिस्टल आकाशदीप उर्फ काशु और तेजपाल उर्फ लाली तथा राहुल उर्फ गद्दी को 50-50 हजार रु पए में बेचे थे. पुलिस ने नीरज की निशानदेही पर पिस्टल बरामद कर तीनों को भी गिरफ्तार कर लिया. एसएसपी ने बताया कि नीरज गांजा के मामले में लुधियाना जेल में बंद था और उसी जेल में काशू, लाली और राहुल भी बंद थे. वहीं से नीरज ने इन तीनों के साथ मिलकर अपना गैंग बना लिया. नवंबर को नीरज और उक्त तीनों युवा जमानत पर बाहर आए. नीरज ने बिहार में अपने पुराने साथियों से संपर्क कर हैरोइन व अवैध हथियार की तस्करी करके पंजाब में बेचने शुरू कर दिए. वहीं नीरज बिहार से 25-30 हजार में हथियार खरीद कर पंजाब में युवाओं को 40 से 50 हजार रुपए में बेचता था.