Panama Papers:
सालों बाद शुरू हो रहा पनामा पेपर्स का ट्रायल, जानिये क्या है...
टैक्स चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग के दुनिया के सबसे बड़े स्कैंडल में एक पनामा पेपर्स का मामला बहुत पुराना हो चुका है.
सालों पहले इस मामले के खुलासे ने दुनिया भर के कई देशों में तहलका मचा दिया था.
अब जाकर पनामा पेपर्स मामले में ट्रायल शुरू होने वाला है. इस मामले में कम से कम 27 लोगों का ट्रायल आज(8 April) से शुरू हो रहा है.
मामले का ट्रायल पनामा की एक अदालत में शुरू हो रहा है. इस ट्रायल में जुरगेन मोसाक और रैमन फोन्सेका मोरा का भी नाम शामिल है.
मोसाक और मोरा लॉ फर्म मोसाक फोन्सेका के फाउंडर्स हैं. यही कंपनी पूरे पनामा पेपर्स स्कैंडल के केंद्र में थी और अब बंद हो चुकी है.
आईसीआईजे और जर्मन अखबार Süddeutsche Zeitung ने लंबी पड़ताल के बाद 3 अप्रैल 2016 को पहली बार डॉक्यूमेंट्स को पब्लिश किया था.
पब्लिश किए गए डॉक्यूमेंट्स लॉ फर्म मोसाक फोन्सेका के थे, जिनमें टैक्स चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग का ऐसा जाल बुना गया था.
जिनका दायरा दुनिया के 200 से ज्यादा देशों तक फैला हुआ था.
पेपर्स में 1970 के दशक से लेकर 2016 तक की विभिन्न टैक्स चोरियों के मामले थे. पूरा डेटा करीब 2.6 टेराबाइट में था.
इसे टैक्स चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग का अब तक का सबसे बड़ा खुलासा बताया जाता है.
पेपर्स में दुनिया भर के 128 प्रभावशाली लोगों के नाम थे, जिनमें कुछ नाम भारत से भी थे.
नाम सामने आने के बाद आइलैंड के प्रधानमंत्री सिगमुंदुर डेविड गनलॉगसन को इस्तीफा देना पड़ा था.
पड़ोसी देश पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ का नाम भी पेपर्स में आया था, जिसके बाद उनके ऊपर हमेशा के लिए चुनाव लड़ने पर रोक लग गई.