छत्तीसगढ़ का सबसे रहस्यमयी मंदिर, जहां बिना तेल के 9 दिनों तक जलता है दीया...
छतीसगढ़ के ऐसे कई मंदिर है जो अपने आप में कई रहस्य समेटे हुए हैं और इन रहस्यों के कारण ही ये दुनिया भर में प्रसिद्ध भी हैं.
ऐसा ही एक मंदिर है निरई माता का मंदिर, जो गरियाबंद जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर धमतरी के अंतर्गत मोहेरा गाँव के पहाड़ी पर स्थित है.
यह मंदिर साल में एक बार चैत्र नवरात्र में पड़ने वाले पहले रविवार को ही सिर्फ 5 घंटे के लिए खुलता है. बाकी दिनों में यहां आना प्रतिबंधित होता है.
इस मंदिर में महिलाओं का जाना वर्जित है. यहाँ सिर्फ पुरुष ही पूजा पाठ और रीतियों को निभाते हैं.
इस मंदिर में सिंदूर, सुहाग,श्रृंगार, कुमकुम, गुलाल, बंदन आदि नहीं चढ़ाया जाता बल्कि नारियल और अगरबत्ती से माता को प्रसन्न किया जाता है.
इस मंदिर की विशेषता ये है कि चैत्र नवरात्र के दौरान यहाँ अपने आप ही ज्योति प्रज्वलित होती है. ये चमत्कार अब तक एक रहस्य बना हुआ है.
इस मंदिर की विशेषता ये है कि चैत्र नवरात्र के दौरान यहाँ अपने आप ही ज्योति प्रज्वलित होती है. ये चमत्कार अब तक एक रहस्य बना हुआ है.