कमल वर्मा, ग्वालियर। मध्य प्रदेश हाईकोर्ट की ग्वालियर बेंच के आदेश पर ग्वालियर की स्वर्ण रेखा नदी में मिलने वाले पानी की टेस्टिंग के लिए सैंपलिंग की गई। इंटरविनर एडवोकेट अवधेश सिंह तोमर द्वारा ग्वालियर के नाका चंद्रवानी से स्वर्ण रेखा नदी में जाने वाले पानी की सैंपलिंग कराई है। इंटरविनर ने हाईकोर्ट में दलील थी की स्वर्ण रेखा नदी में नालों का मिलान किया जा रहा है जिसमे 18 करोड़ की लागत से नाका चंद्रवानी से स्वर्ण रेखा नदी में लाइन डाली जा रही है। 

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वहीं नगर निगम ने कहा था कि इस लाइन में केवल बरसात का पानी आएगा। लेकिन नाका चंद्रवनी पर सीवर का पक्का नाला बनाया जा रहा है जो पहले कच्चा नाला था उससे पक्का किया जा रहा है। फिलहाल उसका पानी का मिलान पाइप लाइन से अभी नही किया गया है क्योंकि लाइन में काम चल रहा है, लेकिन आने वाले वक्त यही नाले का पानी इसमें डाला जाएंगा। 

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फिलहाल इस मामले की सुनवाई 12 अप्रैल को हाईकोर्ट में होनी है, उससे पहले सेंम्पिंलग की कार्रवाई कराई गई है। हालांकि इस सैंपलिंग के दौरान निगम का कोई भी अधिकारी नहीं आया है, जबकि कोर्ट ने निगम और इंटरविनर को पानी के सैंपल के लिए कहा था।  साथ ही टेस्टिंग के लिए कहा था। लेकिन नगर निगम कोई अधिकारी नहीं आया जिसके चलते इंटरविनर एडवोकेट अवधेश सिंह तोमर ने ही सैंपलिंग करवाई है.

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