रिपोर्ट- संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी। जिला सहकारी बैंक लोरमी में 28 लाख रूपये के घोटाले का मामला सामने आया है। यह राशि गोड़खाम्ही और बोड़तराकला के समिति की है। आरोप है कि तत्कालीन अधिकारियों और कर्मचारियों ने मिलीभगत कर घोटाले को अंजाम दिया है।

मामला वर्ष 2012–2013 का है जब सहकारी समितियों को कम्प्यूटरीकृत नहीं किया गया था। तत्कालीन वर्ष में सहकारी समिति गोड़खाम्ही और बोड़तराकला के बैंक खाते में क्रमशः 14-14 लाख रूपये की राशि खाते में जमा दिखाई जा रही थी लेकिन कम्प्यूटरीकृत होने के बाद उन्हीं खातों में जीरो बैलेन्स दिखाया जा रहा है।

वर्ष 2012-13 में इन दोनों समितियों में नए अध्यक्ष की नियुक्ति के बाद जब समिति के बैंक खाते की जाँच की गयी तो उनके द्वारा पाया गया कि खाते में राशि ही नही है। जिसकी शिकायत उन्होंने विभाग के उच्च अधिकारियों से की लेकिन मामले में कोई भी कार्रवाई नहीं की गई।

इस मामले में दोनों समितियों के अध्यक्षों ने जिला कलेक्टर के साथ ही लोरमी थाने में भी शिकायत दर्ज कराई है। उधर कलेक्टर ने मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं। एसडीएम लोरमी के अनुसार जांच का जिम्मा जिला सहकारी बैंक के सीईओ को दिया गया है। उन्होंने कहा कि जांच रिपोर्ट के बाद ही मामले में कार्रवाई की जाएगी।