दिल्ली. राष्ट्रीय राजधानी की वायु गुणवत्ता गिरकर खतरे के स्तर पर पहुंच गई है. अधिकारियों ने बताया कि 10 इलाकों में प्रदूषण का स्तर बहुत गंभीर दर्ज किया गया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक 367 दर्ज किया गया जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है.

हवा में पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) 2.5 की मात्रा बढ़ गई है. पीएम 2.5 का स्तर 217 दर्ज किया गया जो इस मौसम में अभी तक सबसे ज्यादा है. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में गाजियाबाद में प्रदूषण का बेहद गंभीर स्तर दर्ज किया गया जबकि फरीदाबाद, गुड़गांव, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में हवा की गुणवत्ता बेहद खराब दर्ज की गई. दिल्ली के 10 इलाकों में प्रदूषण का स्तर गंभीर दर्ज किया गया. ये इलाके आनंद विहार, अशोक विहार, बवाना, सीआरआरआई मथुरा रोड, डीटीयू, जहांगीरपुरी, मुंडका, नरेला, पंजाबी बाग और रोहिणी हैं.

दिल्ली में वायु गुणवत्ता के गिरते स्तर के मद्देनजर अधिकारियों ने पाइप प्राकृतिक गैस (पीएनजी) को नहीं अपनाने पर 113 उद्योगों को बंद करने का निर्देश दिया है. उपराज्यपाल कार्यालय की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, पीएनजी ना अपनाने वाले 113 उद्योगों को बंद करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं. एलजी ने बढ़ते वायु प्रदूषण की स्थिति को ध्यान में रखते हुए पर्यावरणीय मार्शल की अधिक तैनाती का निर्देश भी दिया है. उधर, कई स्वास्थ्य एजेंसियों ने लोगों को इस हालात में घर से बाहर न निकलने की सलाह भी दी है क्योंकि जहरीली हवा का ये स्तर कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लोगों के लिए जानलेवा हो सकता है.