Iran-Israel War: ईरान या इजरायल! किसके साथ खड़ा है भारत?

ईरान और इजरायल के बीच जंग भीषण रूप लेती नजर आ रही है. इजरायल का दावा है कि ईरान द्वारा बेलेस्टिक मिसाइल से किए गए हमले को उसने अपने आयरन डोम की मदद से हवा में ही तबाह कर दिया.

ईरान और इजरायल दोनों ही भारत के मित्र देश हैं. ऐसे में इस युद्ध के बीच भारत की स्थिति एक दम न्‍यूट्रल है.

ये पहली बार नहीं है, जब भारत के सामने ईरान और इजरायल में से किसी एक देश को चुनने की चुनौती है. साल 2012 में भी भारत के सामने ऐसी ही स्थिति आ गई थी.

भारत सरकार एक ऐसी योजना बना रही है जिससे भारत पर युद्ध का प्रभाव ना पड़े. इस मामले पर देश के व्यापार सचिव ने सोमवार को पत्रकारों से बातचीत की.

सुनील बर्थवाल ने कहा- भारत सरकार ईरान और इजरायल के बीच संघर्ष के प्रभाव को पूरी तरह से समझने के बाद अपने व्यापार पर किसी भी प्रभाव को कम करने के लिए नीतिगत निर्णय लेगा.

सचिव सुनील बर्थवाल ने संवाददाताओं से कहा, “नीतिगत हस्तक्षेप तभी होगा जब हम व्यापारियों के सामने आने वाली समस्याओं को समझेंगे.

उस अभ्यास के आधार पर, जो भी आवश्यक होगा सरकार निश्चित रूप से उस पर ध्यान देगी. भारत, दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक और उपभोक्ता है.

हम अपनी पेट्रोलियम खरीद का एक बड़ा हिस्सा मध्य पूर्व से आयात करते हैं. सोमवार को तेल की कीमतों में गिरावट आई, जिससे बाजार ने इजरायल पर ईरान के हमले के बाद व्यापक क्षेत्रीय संघर्ष के जोखिम को कम कर दिया.