रिपोर्ट- रामेश्वर मरकाम, धमतरी। एक ओर प्रदेश सरकार सामाजिक बहिष्कार प्रतिषेध विधेयक लाने की तैयारी कर रही है। वहीं दूसरी ओर धमतरी में बड़े कोसरिया यादव समाज सिहावा नगरी परिक्षेत्र ने एक साथ 200 परिवारों का हुक्कापानी बन्द करने का तुगलकी फरमान जारी किया है ।
इन परिवारों से रोटी-बेटी, लेनदेन और किसी भी तरह के संबंध रखने पर प्रतिबंध लगा दिया है। साथ ही इन परिवारो में बतौर मेहमान जाने के लिए भी प्रतिबन्धित कर दिया है । समाज के इस फरमान के बाद सभी पीड़ित परिवार कलेक्ट्रेट पहुँचे और जिला प्रशासन से न्याय दिलाने की मांग की है ।
दरअसल पीड़ित परिवारों से मुख्य कोसरिया यादव समाज के पदाधिकारियो द्वारा विभिन्न प्रकरणों पर मनमाने दंड वसूल किया जा रहा था। जो एक गरीब और मध्यमवर्गीय के लिए देना सम्भव नही है । पीड़ित परिवारों ने समाज प्रमुखों द्वारा हिसाब-किताब नहीं दिए जाने सहित समाज द्वारा अन्य लोगों का बहिष्कार करने के विरोध में स्वयं एक अलग सामाजिक संगठन तैयार किया था। जिसके बाद इन परिवारों को समाज विरुद्ध कार्य किये जाने के आरोप में सामूहिक रूप से हुक्कापानी बन्द कर दिया है ।
पीड़ित परिवारों का कहना है कि वे गरीब परिवारों से ताल्लुक रखते है और समाज के ऐसे दंड और तिरिष्कार को वे नहीं सह सकते जबकि सभी उसी समाज का एक अभिन्न अंग है । वे समाज मे ही रहकर अलग काम करना चाहते है । पीड़ित परिवारों ने समाज प्रमुखों के खिलाफ सख्त कार्यवाही किये जाने की मांग की है ।
इधर कोसरिया यादव समाज के प्रमुखों का कहना है कि सामाजिक उल्लंघन किये जाने की वजह से इन परिवारों को समाज से बहिष्कृत किया गया है और हुक्कापानी बन्द नहीं किया गया है । फिलहाल जिला कलेक्टर ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच सहित समाज प्रमुखों से चर्चा करने की बात कही है ।