रायपुर– छत्तीसगढ़ में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिये दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों भाजपा और कांग्रेस ने अब सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में अपने प्रत्याशी घोषित कर दिये हैं. दोनों ही दलों ने टिकट वितरण में समाज के सभी जातियों और वर्गों को बेहतर प्रतिनिधित्व देने के लिये जमकर मंथन किया और इससे होने वाले नफा-नुकसान का आंकलन करते हुए टिकट फाइनल किया है. लल्लूराम डॉट कॉम ने दोनों दलों द्वारा घोषित उम्मीदवारों का तुलनात्मक अध्ययन किया है,जिसकी कुछ खास बातें इस प्रकार है.

1.महिलाओं को टिकट देने के मामले में इस बार भी भाजपा आगे है.भाजपा ने जहां 14 महिला उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं,वहीं कांग्रेस ने      13 महिला प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है.

2.अल्पसंख्यकों को टिकट देने के मामले में कांग्रेस हमेशा की तरह भाजपा से काफी आगे है.भाजपा ने जहां एक भी अल्पसंख्यक को टिकट नहीं दिया है,वहीं कांग्रेस ने दो मुस्लिम ( मोहम्मद अकबर और बदरुद्दीन कुरैशी) और तीन सिक्ख ( कुलदीप जुनेजा,गुरुमुख सिंग होरा और आशीष छाबड़ा) को टिकट दिया है.(नोट- अल्पसंख्यकों में हमने जैन समाज को शामिल नहीं किया है)

3.भाजपा ने आरक्षित सीटों के अलावा एक अनारक्षित सीट पर आदिवासी वर्ग के उम्मीदवार(विजय प्रताप सिंह,प्रेमनगर विधानसभा) को टिकट दी है,जबकि कांग्रेस ने आरक्षित सीटों के अलावा दो अनारक्षित सीटों पर आदिवासी वर्ग के उम्मीदवार (प्रेमनगर से खेलसाय सिंह और बसना से देवेन्द्र बहादुर सिंह) को टिकट दी है.इस प्रकार अनुसूचित जनजाति के 30 उम्मीदवार भाजपा से लड़ रहें हैं,जबकि 31 उम्मीदवार कांग्रेस से लड़ रहें हैं.

4.भाजपा ने अन्य पिछड़ा वर्ग के 29 प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं,जबकि कांग्रेस ने इस वर्ग के 26 उम्मीदवारों को टिकट दिया है.खास बात यह है कि कांग्रेस ने पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद ताम्रध्वज साहू को अंतिम समय में दुर्ग ग्रामीण से मैदान में उतारकर साहू मतदाताओं को साधने की कोशिश की है,यह अलग बात है कि कुर्मी समाज की प्रतिमा चंद्राकर की टिकट बदलकर ताम्रध्वज साहू को लड़ाने का फैसला लिया गया है.प्रतिमा की टिकट कटने से कांग्रेस में कुर्मी उम्मीदवारों की संख्या 7 हो गई,जबकि साहू उम्मीदवारों की संख्या बढ़कर 8 हो गई..

5.भाजपा ने साहू समाज से 14 उम्मीरवार मैदान में उतारे हैं,जबकि कांग्रेस ने साहू समाज के 8 लोगों को टिकट दिया है.इसी तरह भाजपा ने कुुर्मी समाज से 9 लोगों को टिकट दिया है,जबकि कांग्रेस ने इस समाज से 7 लोगों को टिकट दिया है.भाजपा ने जहां यादव समाज से 1 उम्मीदवार तय किया है,वहीं कांग्रेस ने यादव समाज के तीन उम्मीदवारों को मैदान में उतारा है.

6.भाजपा ने राजपूत-क्षत्रीय समाज के 6 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं,जबकि कांग्रेस ने इस समाज से 4 लोगों को टिकट दी है.

7.भाजपा ने जहां ब्राह्मण समाज के पांच उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं,वहीं कांग्रेस ने इस समाज के 9 प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है.

8.सिंधी समाज से भाजपा ने एक उम्मीदवार उतारा है,वहीं कांग्रेस ने सिंधी समाज के एक भी सदस्य को टिकट नहीं दी.

आईये अब दोनों दलों द्वारा अलग-अलग जातियों को दिये गये प्रतिनिधित्व पर विस्तार से नजर डालते हैं.

क्षत्रीय समाज- भाजपा ने पिछले बार की तरह इस बार भी क्षत्रीय समाज से 6 उम्मीदवारों को टिकट दिया है.इनमें राजनांदगांव से मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, बेलतरा से रजनीश सिंह,बेमेतरा से अवधेश सिंह चंदेल, अंबिकापुर से अनुराग सिंहदेव, अकलतरा से सौरभ सिंह और चंद्रपुर से संयोगिता सिंह जूदेव को मैदान में उतारा है.जबकि कांग्रेस ने इस समाज से चार लोगों को टिकट दी है,जिनमें अम्बिकापुर से टी.एस.सिंहदेव, बैकुंठपुर से अम्बिका सिंहदेव,कोटा से विभोर सिंह और तखतपुर से रश्मि आशीष सिंह ठाकुर के नाम शामिल हैं.

ब्राह्मण समाज– भाजपा ने इस बार भी पिछली बार की तरह पांच ब्राम्हण उम्मीदवारों को टिकट दी है,जिनमें भटगांव से रजनी त्रिपाठी,तखतपुर से हर्षिता पांडेय, भाटापारा से शिवरतन शर्मा, राजिम से संतोष उपाध्याय और भिलाई नगर से प्रेमप्रकाश पांडेय के नाम शामिल हैं.जबकि कांग्रेस ने 9 ब्राह्मण उम्मीदवारों को टिकट दी है.इनमें दुर्ग शहर से अरुण वोरा,साजा से रविन्द्र चौबे,राजनांदगांव से करुणा शुक्ला,बिलासपुर से शैलेष पांडेय,बिल्हा से राजेन्द्र शुक्ला,रायपुर पश्चिम से विकास उपाध्याय,रायपुर ग्रामीण से सत्यनारायण शर्मा, धरसींवा से अनिता शर्मा और राजिम से अमितेष शुक्ला के नाम शामिल हैंं.

वैश्य समाज-भाजपा ने अग्रवाल और जैन समाज से जुड़े 7 उम्मीदवारों को टिकट दी है,जिनमें रायगढ़ से रोशन लाल अग्रवाल,बिलासपुर से अमर अग्रवाल,कसडोल से गौरीशंकर अग्रवाल,रायपुर पश्चिम से राजेश मूणत, रायपुर दक्षिण से बृजमोहन अग्रवाल,साजा से लाभचंद बाफना, जगदलपुर से संतोष बाफना और धरसींवा से देवजी भाई पटेल के नाम शामिल हैं.जबकि कांग्रेस ने इस समाज से 4 लोगों को टिकट दी है,जिनमें जगदलपुर से रेखचंद जैन,कोरबा से जयसिंह अग्रवाल,रायपुर दक्षिण से कन्हैया अग्रवाल और भाटापारा से सुनील माहेश्वरी का नाम शामिल है.

अन्य पिछड़ा वर्ग-भाजपा ने जहां पिछड़ा वर्ग से 29 प्रत्याशियों को मैदान में उतारा है,वहीं कांग्रेस ने पिछड़ा वर्ग के 26 प्रत्याशी मैदान में उतारे हैं.भाजपा ने जहां ज्यादातर टिकट साहू और कुर्मी समाज को बांटा है,वहीं कांग्रेस ने साहू और कुर्मी के अलावा यादव सहित दूसरी पिछड़ी जातियों को भी प्रतिनिधित्व देने की कोशिश की है.भाजपा ने  साहू समाज से 14 उम्मीदवार तय किये हैं, जबकि कांग्रेस ने साहू समाज से 8 उम्मीदवार मैदान में उतारे हैं. कुर्मी समाज को भाजपा ने 9 सीटें दी है,जिनमें अघरिया कुर्मी समाज भी शामिल है,जबकि कांग्रेस ने इस समाज से 7 प्रत्याशी उतारे हैं.

इन जातियों के अलावा भाजपा ने जायसवाल,राजवाड़े,महतो,देवांगन,लोधी और यादव समाज से एक एक उम्मीदवारों को टिकट दिया है,जबकि कांग्रेस ने यादव समाज के तीन उम्मीदवारों सहित कलार,निषाद,लोधी.देवांगन,पनिका,राजवाड़े और जायसवाल जाति के एक-एक उम्मीदवारों को टिकट दी है. इस तरह दोनों ही दलों ने समाज के सभी वर्गों को साधने की कोशिश की है.दोनों ही दलों में युवाओं, महिलाओं और अनुभवी लोगों के बीच सामंजस्य बनाने की कोशिश की गई है.किस दल का फार्मूला कितना कामयाब हो पाता है,इस बात का विश्लेषण हम चुनाव परिणामों के बाद ही कर पायेंगे.