लोकसभा चुनाव 2024: दूसरे चरण में शुक्रवार को 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 88 सीटों पर मतदान हुए।
चुनाव को लेकर उत्साह शाम को आए वोटिंग प्रतिशत ने कम कर दिया। इस बार का वोटिंग ट्रेंड पहले चरण के चुनाव से भी खराब रहा।
कम मतदान ने राजनीतिक दलों की चिंता बढ़ा दी है। आइए जानते हैं कि ऐसा क्यों है...
कम वोटिंग ट्रेंड की बात की जाए तो पिछले 12 में से 5 चुनावों में वोटिंग प्रतिशत कम हुए हैं और इनमें से चार बार सरकार बदली है।
मतदान प्रतिशत कम होने से कम मार्जिन वाली सीटों पर इसका सीधा असर पड़ता है। 2019 में 75 सीटों पर नजदीकी मुकाबला था। ऐसे में परिणाम किसी भी तरफ झुक सकता है।
वहीं कुछ जानकारों का कहना है कि कम मतदान से सत्ताधारी दलों को फायदा हो सकता है, क्योंकि लोगों की सोच हो सकती है कि सरकार अच्छा काम कर रही है। इसलिए वे वोट करने नहीं निकलते।