आज भी दुनिया में कई तरह की मान्यताएं और रीति रिवाज देखने को मिलते है।
ऐसी ही एक बहुत पुरानी मान्यता आपको बताने जा रहे हैं, जहां आज भी महिलाएं कपड़े नहीं पहनती हैं।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के एक गांव में सावन के महीने में महिलाएं 5 दिनों तक कपड़े नहीं पहनती हैं।
अगर कोई महिला ऐसा नहीं करती है तो उसे कुछ ही दिनों में बुरी खबर सुनने को मिलती है!
इस दौरान कोई भी पति-पत्नी आपस में बातचीत नहीं करते हैं और एक दूसरे से पूरी तरह से दूर रहते हैं।
इन 5 दिनों में पुरुषों के लिए भी कुछ नियम बनाए गए हैं। इस दौरान पुरुष शराब और मांस का सेवन नहीं करते है। इन दिनों बाहर से आने वाले लोगों पर भी प्रतिबंध रहता है
ऐसी मान्यता है कि अगर किसी ने इस परंपरा को नहीं निभाया तो देवता नाराज हो जाते है। इसके पीछे एक कहानी है।
यह मामला हिमाचल प्रदेश के पिणी गांव (मणिकर्ण घाटी) का है।
बताया जाता है कि बहुत समय पहले इस गांव में राक्षसों का आतंक था। ये राक्षस सजी-धजी और सुंदर कपड़े पहनने वाली शादीशुदा महिलाओं को उठा ले जाते थे।
इसके बाद 'लाहुआ घोंड' नामक एक देवता पिणी गांव आए। उन्होंने राक्षसों का वध कर इस गांव को बचाया। तभी से यह परंपरा चली आ रही है।