संतोष राजपूत,डोंगरगढ़. डोंगरगढ़ स्थित खालसा पब्लिक स्कूल हमेशा विवादों के कारण सुर्खियों में रहता है, अब एक बार फिर स्कूल की शिक्षिका ने कक्षा 3 में पड़ने वाले बच्चे को मारने-पीटने की वजह से सुर्खियों में आ गया है. दरअसल शिक्षिका अग्नेश ने एक मयंक साहू नाम के बच्चे को पीट दिया, जिससे उसके मुंह में चोट आ गया. जबकि बच्चे के पिता एक पुलिसकर्मी है इसके बावजूद भी वो प्रशासनिक दबाव की वजह से मामले की कोई शिकायत नहीं कर पा रहे है और न ही अपने बच्चे को न्याय दिला पा रहे है. वहीं इस मामले में स्कूल के अध्यक्ष का कहना है कि इस तरह का कोई जानकारी नहीं मिली है यदि मामला आता है तो उचित कार्रवाई की जाएगी. इस तरह स्कूल की ऊंची पहुंच व रसूखदार होने की वजह से पूरे मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है.

पूरा मामला उस वक्त प्रकाश में आया जब एसडीओपी कार्यालय में तैनात पुलिसकर्मी ने अपने 8 वर्षीय मयंक साहू को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल में लाया. पता करने पर मालूम हुआ कि कक्षा तीसरी के बच्चे से आपसी बातचीत करने से नाराज शिक्षिका अग्नेश ने हैवानियत की हदों को पार कर पीटते-पीटते इतनी मार दी की उसके दांतो का निशान कॉपी के 20 पन्नों के बाद भी उभर रहा था.

पीड़ित बच्चे ने बताया आपबीती

वहीं पीड़ित मयंक ने बताया कि शिक्षिका अग्नेश पीठ पर मारी, कान मरोड़ी व सर पर मारते हुए टेबल की तरफ ले गयी, जिसके काऱण मयंक के मुंह पर चोटे आई. इस बात को लेकर शिकायत करने पहुंचे पुलिसकर्मी पर इतना दबाव पड़ा की खुद न्याय दिलाने वाले जुर्म के सामने नतमस्तक हो गए. देर शाम को खालसा पब्लिक स्कूल के अध्यक्ष हरजीत सिंह अरोरा, शिक्षिका अग्नेश व पालक के बीच चर्चा हुई पर पालक व शिक्षिका ने सामने कुछ भी कहने से मना कर दिया.

हमेशा सुर्खियों में रहता है स्कूल

बता दें कि खालसा पब्लिक स्कूल में यौन शोषण, शिक्षा में भेदभाव, प्रबंधन की बात नहीं मानने पर फेल कर देने की वजह से स्कूल सुर्खियों में रहा है. अध्यक्ष रसूखदार व ऊंची पहुंच का रौब दिखाकर अब तक मामले को दबाता रहा है, लेकिन इस बार हद तो तब हो गई जब एक पुलिस कर्मी के बच्चे के मारने के मामले पर भी अब तक शिकायत दर्ज नहीं हुई है और प्रशासनिक अमला कड़े एक्शन लेने की बजाय हाथ पे हाथ रख शिकायत आने का इंतजार कर रहा है.

अध्यक्ष मामले की जानकारी नहीं होने का दे रहे हवाला

खालसा पब्लिक स्कूल के अध्यक्ष हरजीत सिंह अरोरा से इस मामले में बात की गई तो उन्होंने पूरे मामले पर जानकारी होने से इनकार करते हुए कहा कि ऐसी बात सामने आती है तो विधि पूर्वक कार्रवाई करेंगे.लेकिन सब कुछ होने के बाद भी कार्रवाई नहीं होने से लगता है कि फिर एक बार मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है.